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ईरान ने पश्चिमी पार्टियों पर 2015 के परमाणु समझौते पर लगाया 'दोषपूर्ण खेल' का आरोप

ईरान ने मंगलवार को पश्चिमी दलों पर 2015 के परमाणु समझौते पर ब्लमे-गेम का आरोप लगाया है। वहीं एक दिन बाद परमाणु समझौते पर यूरोपीय संघ के राजनयिकों ने कहा कि यह सौदा बिना प्रगति के जल्द ही खत्म हो जाएगा।

By Ashisha RajputEdited By: Published: Tue, 14 Dec 2021 12:08 PM (IST)Updated: Tue, 14 Dec 2021 01:10 PM (IST)
ईरान ने पश्चिमी पार्टियों पर 2015 के परमाणु समझौते पर लगाया 'दोषपूर्ण खेल' का आरोप
ईरान ने पश्चिमी पार्टियों पर 2015 के परमाणु समझौते पर लगाया 'दोषपूर्ण खेल' का आरोप

वियना, रायटर। ईरान ने मंगलवार को पश्चिमी दलों पर 2015 के परमाणु समझौते पर 'ब्लमे-गेम' का आरोप लगाया है। वहीं एक दिन बाद परमाणु समझौते पर यूरोपीय संघ के राजनयिकों ने कहा कि यह सौदा बिना प्रगति के जल्द ही खत्म हो जाएगा। आपको बता दें कि साल 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते (ज्वाइंट कंप्रिहेंसिव प्लान ऑफ़ एक्शन- जेसीपीओए) में अमेरिका सहित ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी और रूस और अन्य देश शामिल हैं। जिसमें ईरान के परमाणु संवर्द्धन कार्यक्रम (enrichment program) को सीमित करने के बदले उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में कुछ छूट दी जानी थी। 

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ईरान का शीर्ष वार्ताकार अली बघेरी कानी ने कहा

ईरान का शीर्ष वार्ताकार अली बघेरी कानी ने ट्विटर पर कहा, 'कुछ अभिनेता सच्ची कूटनीति के बजाय दोष देने की अपनी आदत में बने रहते हैं। हम शुरू से ही अपने विचारों के साथ आए और अंतराल को कम करने के लिए रचनात्मक और लचीले ढंग से काम किया' उन्होंने आगे कहा कि कूटनीति दोतरफा रास्ता है और यदि अपराधी के गलत कामों को दूर करने की सच्ची इच्छाशक्ति हो, तो शीघ्र अच्छे सौदे के लिए रास्ता साफ हो जाएगा।

सोमवार को, ब्रिटिश, फ्रांसीसी और जर्मन राजनयिकों ने कहा कि बड़ी शक्तियों और ईरान को अभी भी परमाणु समझौते को बचाने के लिए बातचीत पर काम करना है, जो जल्द ही बिना किसी प्रगति का 'एम्प्टी शैल' बन जाएगा, जिसमें शायद ही दोनों देश किसी निष्कर्ष पर पहुंचे। राजनयिकों ने कहा कि अभी तक वे वास्तविक वार्ता के लिए किसी भी परिणाम तक नहीं पहुँच पाए हैं। E3 के राजनयिकों ने बताया कि वियना परमाणु वार्ता जिसमें के बारे में एक बयान में जिसमें अमेरिका और ईरानी अधिकारियों के बीच अभी भी मतभेद जारी है।

आपको बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2018 में परमाणु समझौते से बाहर निकलने का एलान कर दिया था, जिसके बाद से यह समझोता बीच मजधार में फंसा हुआ है।


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