इसी हफ्ते नेपाल जाएंगे विदेश सचिव श्रृंगला, होगी द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला दो दिवसीय यात्रा पर नेपाल जा रहे हैं और वहां अपने समकक्ष के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे। श्रृंगला दोनों देशों के बीच सीमा समिति की संयुक्त तकनीकी स्तर की बातचीत की अगुवाई भी कर सकते हैं।
काठमांडू, प्रेट्र। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) गुरुवार को नेपाल के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना होंगे। इस दौरान वे अपने नेपाली समकक्ष भरत राज पौडयाल (Bharat Raj Paudyal) से बातचीत करेंगे और द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे। श्रृंगला विदेश सचिव पौडयाल के आमंत्रण पर वहां जा रहे हैं। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच इस तरह के नियमित उच्चस्तरीय दौरे हो रहे हैं।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया है, 'दौरे के पहले दिन दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी। इस दौरान नेपाल और भारत के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा की जाएगी।' श्रृंगला की ओर से नेपाल सरकार को कोविड-19 (COVID-19) से संबंधित सहयोग प्रदान की जाएगी। वे शुक्रवार को वापस नई दिल्ली लौट जाएंगे। वहां श्रृंगला अपने समकक्ष भरत राज पौडयाल और विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ज्ञावली से मुलाकात करेंगे। वह राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से भी मुलाकात करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, यह एकमात्र एजेंडे वाला दौरा नहीं है। भारत नेपाल से कोरोना वैक्सीन बनने और इसका उत्पादन शुरू होने के बाद मदद का वादा कर सकता है। इसके अलावा दोनों पक्ष महाकाली नदी पर पंचेश्वर बहुउद्देशीय प्रोजेक्ट को शुरू करने पर भी चर्चा कर सकते हैं। भारतीय सीमा पर कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा पर भी चर्चा हो सकती है। इन स्थानों पर अब नेपाल ने अपना दावा किया है।
इस माह की शुरुआत में भारतीय आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे तीन दिनों के लिए नेपाल गए थे। इस दौरान उन्होंने नेपाल के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की थी और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (K P Sharma Oli) से भी बात की थी जो देश के रक्षा मंत्री भी हैं। प्रधानमंत्री ओली ने उनसे कहा था कि नेपाल और भारत के बीच मुश्किलों का समाधान वार्ता के जरिए हो जाएगा। आर्मी चीफ को नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि दी गई। इस दौरान पीएम ने कहा था कि दोनों देश बातचीत के जरिये सभी मुद्दों को सुलझा सकते हैं। दोनों का रिश्ता सदियों पुराना और खास है।