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नेपाल में प्रधानमंत्री ओली से मिले भारतीय विदेश सचिव, कहा- दोनों देशों के बीच है 'मजबूत संबंध'

Indian Foreign Secretary in Nepal दो दिनों के लिए भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला आज नेपाल पहुंचे। उन्‍होंने वहां के अपने समकक्ष व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की और द्विपक्षीय वार्ता की। इस वार्ता में दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 12:46 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 08:11 PM (IST)
नेपाल में प्रधानमंत्री ओली से मिले भारतीय विदेश सचिव, कहा- दोनों देशों के बीच है 'मजबूत संबंध'
दो दिवसीय नेपाल दौरे पर भारतीय विदेश सचिव

काठमांडू, प्रेट्र। भारत और नेपाल की आपसी सहयोग बढ़ाने पर एक द्विपक्षीय बैठक बेहद कारगर बताई जा रही है। दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर काठमांडू आए विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने अपने नेपाली प्रतिपक्षी भारत राज पौडियाल के साथ द्विपक्षीय बातचीत की है। गुरुवार को पहली बार काठमांडू पहुंचे हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध बेहद मजबूत हैं। उनका मकसद दोनों देशों के संबंधों को और आगे तक ले जाने है। उन्होंने कहा कि वह यहां पहले आना चाहते थे, लेकिन कोविड-19 के चलते वह ऐसा नहीं कर सके।

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विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला और नेपाली विदेश सचिव भारत राज पौडियाल के बीच हुई यह मुलाकात दोनों देशों के बीच कुछ महीने पुरानी तल्खी को कम करने में कामयाब रही है। श्रृंगला का वहां एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। नेपाल के विदेश सचिव पौडयाल ने ही उन्हें काठमांडू आने का न्योता दिया था। उन्होंने यह पहल दोनों देशों के बीच हुए तल्ख सीमा विवाद के बीच की है। इस बीच, काठमांडू में भारतीय दूतावास ने ट्वीट करके कहा कि श्रृंगला और पौडयाल के बीच की द्विपक्षीय वार्ता फलदायी रही है। दोनों देश द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने को तैयार हैं और आपसी हितों के मुद्दों पर भी चर्चा की।

वहीं नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि श्रृ्ंगला की यात्रा नियमित रूप से होने वाले उच्चस्तरीय द्विपक्षीय आदान-प्रदान का हिस्सा रहेगी। उन्हें नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी से भी मुलाकात करनी है। साथ ही शुक्रवार को उन्हें सोलट्री क्राउन प्लाजा में भारत-नेपाल संबंधों पर भाषण देना है। उल्लेखनीय है कि चीन के कारण भारत और चीन के बीच पड़ी दरार को पाटने के लिए मोदी सरकार इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाना चाहती है। इसीलिए इसी महीने की शुरुआत में भारतीय सेना के प्रमुख एमएम नरवणे तीन दिवसीय दौरे पर नेपाल आए थे।

उल्लेखनीय है कि चीन के उकसावे पर नेपाल ने कुछ महीने पहले एक नया नक्शा जारी करके लिपुलेख, कालापानी और लिम्पलीयाधुरा को उसमें दिखा कर उस पर अपना दावा किया था। ध्यान रहे कि श्रृंगला के भारत लौटने के बाद चीन के रक्षा मंत्री रविवार को नेपाल दौरे पर आएंगे।


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