कोरोना वायरस से लड़ाई में भारत ने की मोजाम्बिक की मदद, पहुंचाई 13 आवश्यक दवाईयां
भारत ने शुक्रवार को COVID-19 के खिलाफ अफ्रीकी देश की लड़ाई के समर्थन के रूप में मोजाम्बिक को लगभग 22 मिलियन मीट्रिक टन हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पेरासिटामोल सहित 13 आवश्यक दवाएं दीं।
मोजाम्बिक, एएनआइ। भारत ने शुक्रवार को COVID-19 के खिलाफ अफ्रीकी देश की लड़ाई के समर्थन के रूप में मोजाम्बिक को लगभग 22 मिलियन मीट्रिक टन हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पेरासिटामोल सहित 13 आवश्यक दवाएं दीं। मोजाम्बिक में भारत के उच्चायुक्त राजीव कुमार ने मोजाम्बिक के विदेश मंत्री वेरोनिका नैटनील मैकामो डेल्होवो को खेप सौंपी।
मापुतो में भारत के उच्चायोग ने कहा कि भारत के उच्चायुक्त राजीव कुमार ने आज भारत सरकार के माननीय विदेश मंत्री और सहकारिता मंत्री को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन, एजिथ्रोमाइसिन और पेरासिटामोल सहित 13 आवश्यक दवाओं का दान दिया।
"इन 13 आवश्यक दवाओं का कुल मूल्य लगभग 22 मिलियन मीट्रिक टन है। एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जून को मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप नीयुसी के साथ अपनी टेलीफोन पर बातचीत के दौरान भारत को सीओवीआईडी के दौरान मोजाम्बिक के प्रयासों का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त की।
मोजाम्बिक के विदेश मंत्री ने 13 दवाओं को सौंपने के अपने निर्णय के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया और अफ्रीकी देश के साथ विकास साझेदारी में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में उल्लेख किया। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, मोज़ाम्बिक ने 6,161 COVID-19 मामलों और 39 मौतों की सूचना दी है।
वहीं बात करे दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या की तो दुनियाभर में कोरोना वायरस के 3 करोड़ से अधिक कोरोना वायरस के मामले हो गए हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा अमेरिका कोरोना वायरस से प्रभावित हुआ है। अमेरिका में कोरोना वायरस से 60 लाख के करीब लोग संक्रमित हो चुके हैँ। वहीं, दूसरे स्थान पर भारत पहुंच गया है। भारत में कोरोना वायरस के 53 लाख लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं। हालांकि, दुनियाभर में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मरीज भारत में ही ठीक हुए है। कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की संख्या में भारत पहले स्थान पर है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला चीन के वुहान शहर में दर्ज किया गया था।