म्यांमार में बांग्लादेश के दो हजार रोहिंग्याओं की वापसी की तैयारियां
म्यांमार के अधिकारियों ने कहा है कि उनका देश बांग्लादेश में रह रहे दो हजार से ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस लेने के लिए तैयार है।
यंगून, रायटर। म्यांमार के अधिकारियों ने कहा है कि उनका देश बांग्लादेश में रह रहे दो हजार से ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस लेने के लिए तैयार है। पिछले महीने बांग्लादेश और म्यांमार के बीच हुए समझौते के तहत रोहिंग्याओं के पहले जत्थे की गुरुवार को म्यांमार पहुंचने की संभावना है। इस समझौते के तहत पांच हजार रोहिंग्याओं को म्यांमार लौटना है।
म्यांमार की सामाजिक कल्याण व पुनर्वास मंत्री विन म्यात आए ने रविवार को कहा, 'रोहिंग्याओं को लौटना है या नहीं, यह बांग्लादेश पर निर्भर है। लेकिन हमें अपनी तरफ से तैयारी रखनी चाहिए और हमने ऐसा ही किया है। करीब 2251 लोगों का पहला दल नौका के जरिये दो पारगमन केंद्रों पर पहुंचेगा। 2095 लोगों का दूसरा दल सड़क मार्ग से बाद में आएगा।'
बांग्लादेश के राहत और प्रत्यावर्तन आयुक्त अबुल कलाम ने उम्मीद जताई है कि रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी की प्रक्रिया गुरुवार को शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा, 'वापसी ऐच्छिक होगी। हम किसी भी रोहिंग्या को जबरन नहीं भेजेंगे।'
इस बीच, म्यांमार लौटने वालों की सूची में शामिल 20 लोगों ने वापस जाने से इन्कार कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की शरणार्थी एजेंसी ने आगाह किया है कि म्यांमार में रोहिंग्याओं के लिए हालात सुरक्षित नहीं है। पिछले साल अगस्त में म्यांमार के रखाइन प्रांत में भड़की हिंसा के बाद करीब सात लाख रोहिंग्याओं ने बांग्लादेश में शरण ली थी।