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गिलगिट-बाल्टिस्तान में अशांति फैला रहे हैं इमरान खान और उनके मंत्री

मुख्यमंत्री का आरोप कोर्ट ने पाकिस्तान के मंत्री को क्षेत्र छोड़ने के आदेश दिए। इस क्षेत्र के वैधानिक दर्जे को बदलने की पाक सरकार की इस कोशिश का यहां के नेताओं और जनता के द्वारा व्यापक विरोध किया जा रहा है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 06:00 PM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 06:04 PM (IST)
गिलगिट-बाल्टिस्तान में अशांति फैला रहे हैं इमरान खान और उनके मंत्री
गिलगित-बाल्टिस्तान में अशांति फैला रहे हैं इमरान खान।

गिलगिट बाल्टिस्तान, एएनआइ। पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र में प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके मंत्री अशांति फैला रहे हैं। यहां होने जा रहे चुनावों में गड़बड़ी कराने की कोशिश कर रहे हैं। यह आरोप मुख्यमंत्री हाफिज हफीजुर रहमान ने लगाए हैं। इन आरोपों पर मुख्य अदालत ने भी अपनी मोहर लगाते हुए पाक सरकार के मंत्री और उनके अधिकारियों को तीन दिन के अंदर गिलगिट-बाल्टिस्तान छोड़ने का आदेश दिया है। इन पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप है।

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इमरान खान के द्वारा यहां एक रैली में गिलगिट-बाल्टिस्तान को अस्थायी प्रांत का दर्जा दिए जाने की घोषणा के बाद खुद मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है।

इस क्षेत्र के वैधानिक दर्जे को बदलने की पाक सरकार की इस कोशिश का यहां के नेताओं और जनता के द्वारा व्यापक विरोध किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री रहमान ने कहा कि चुनाव से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान यहां हेराफेरी और अशांति फैलाने के लिए आए थे। पाकिस्तान यहां पर संयुक्त राष्ट्र के मध्यस्थता वाले समझौते का उल्लंघन कर चुनाव करा रहा है।

इधर गिलगिट-बाल्टिस्तान की मुख्य अदालत की दो सदस्यीय पीठ ने पाकिस्तान की संघीय सरकार के मंत्री अली अमीन को अपने अधिकारियों सहित तीन दिन में इस क्षेत्र को छोड़ने के आदेश दिए हैं। इसका पालन कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को सौंपी है। चुनाव से पहले गड़बड़ी फैलाने के संबंध में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने इमरान खान और उनके केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी, आयोग ने उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया था। अदालत का दरवाजा खटखटनाने के बाद अब उन्हें राहत मिली है।

सामरिक रूप से महत्वपूर्ण गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र की सीमाएं चीन और अफगानिस्तान से मिलती हैं। यह क्षेत्र जम्मू-कश्मीर का है और पाकिस्तान ने इस पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है।


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