बांग्लादेश में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने किया फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बुधवार को एक इस्लामी राजनीतिक दल के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों द्वारा धर्मनिरपेक्ष कानूनों का समर्थन किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। इन कानूनों के तहत पैगंबर के कार्टूनों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत सही ठहराया गया है।
ढाका, एपी। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बुधवार को एक इस्लामी राजनीतिक दल के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों द्वारा धर्मनिरपेक्ष कानूनों का समर्थन किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। इन कानूनों के तहत पैगंबर के कार्टूनों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत सही ठहराया गया है।
रूढ़िवादी इस्लामी ओइक्या जोते पार्टी के प्रदर्शनकारियों ने बैनर ले रखे थे, जिन पर मैक्रों को 'दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी' बताया गया था। उन्होंने उनके पुतले की पिटाई की और उसे जला दिया। उन्होंने शेख हसीना सरकार की भी आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री हसीना को मैक्रों और फ्रांस की आलोचना करनी चाहिए। हसीना ने अब तक आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है।
बुधवार को यहां बैतुल मोकर्रम मस्जिद में भी प्रदर्शन किया गया। मंगलवार को अन्य इस्लामी संगठन इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश के करीब 10,000 प्रदर्शनकारियों ने यहां प्रदर्शन कर फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार की मांग की थी। दुनियाभर के इस्लामी बहुल देश पैगंबर मुहम्मद के कार्टूनों के प्रकाशन या प्रदर्शन की मैक्रों द्वारा निंदा करने से इन्कार करने के बाद से आक्रोशित हैं।
सोमालिया, ईरान में भी प्रदर्शन
इसी तरह के विरोध प्रदर्शन सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में हुए जहां प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस विरोधी नारे लगाए और उसके झंडों को आग लगाई। ईरान में प्रदर्शनकारी फ्रांसीसी दूतावास के सामने एकत्रित हुए। उन्होंने फ्रांस विरोधी नारे लिखी तख्तियां अपने हाथों में ले रखी थीं।
इस्लाम के खिलाफ धर्मयुद्ध पर भड़का तुर्की
तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने बुधवार को कहा कि इस्लाम का मजाक बना रहे पश्चिमी देश फिर धर्मयुद्ध शुरू करना चाहते हैं। अपनी एके पार्टी के सांसदों को संबोधित करते हुए एर्दोगन ने कहा कि पैगंबर पर हमलों के खिलाफ खड़े होना हमारे लिए सम्मान का मसला है।
शार्ली आब्दो ने प्रकाशित किया एर्दोगन का कार्टून
तुर्की के गुस्से की आग में घी डालते हुए फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली आब्दो ने अपने कवर पृष्ठ पर तैयप एर्दोगन का एक विवादित कार्टून प्रकाशित किया है। इसके विरोध में तुर्की के विदेश मंत्रालय ने फ्रांसीसी दूतावास के प्रभारी को समन कर आपत्ति दर्ज कराई। जबकि एर्दोगन ने कहा कि उन्होंने कार्टून नहीं देखा क्योंकि वह इन अनैतिक प्रकाशनों को देखना भी गलत मानते हैं।
फ्रांसीसी नागरिकों के लिए एडवाइजरी
फ्रांस ने बढ़ते विरोध के बीच इंडोनेशिया, तुर्की, बांग्लादेश, इराक और मॉरिटानिया में अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें उनसे विरोध प्रदर्शनों से दूर रहने के लिए कहा गया है।