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Hong Kong Protest: 12 साल के इस आंदोलनकारी को कोर्ट देगी सजा, हो सकती है तीन साल की सजा

यह बालक पुलिस द्वारा छह महीने के आंदोलन में गिरफ्तार होने वाला और दंडित किया जाने वाला सबसे कमउम्र आंदोलनकारी होगा।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 09:44 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 09:44 PM (IST)
Hong Kong Protest: 12 साल के इस आंदोलनकारी को कोर्ट देगी सजा, हो सकती है तीन साल की सजा
Hong Kong Protest: 12 साल के इस आंदोलनकारी को कोर्ट देगी सजा, हो सकती है तीन साल की सजा

हांगकांग, एजेंसियां।  हांगकांग की अदालत ने लोकतंत्र की मांग वाले हिंसक आंदोलन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार हुए 12 साल के बालक को दोषी ठहरा दिया है। इस बालक को तीन साल हिरासत में रखकर काउंसलिंग देने की सजा सुनाई जा सकती है। यह बालक पुलिस द्वारा छह महीने के आंदोलन में गिरफ्तार होने वाला और दंडित किया जाने वाला सबसे कमउम्र आंदोलनकारी होगा।

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पुलिस के सख्त रुख के चलते गुरुवार को भी हांगकांग में शांति रही। आंदोलनकारियों के गढ़ रहे हांगकांग पॉलीटेक्निक विश्वविद्यालय में सन्नाटा छाया रहा। 30 हजार छात्रों वाले इस विश्वविद्यालय में बमुश्किल 100 छात्र बचे हैं। एक हजार से ज्यादा छात्र पुलिस ने रविवार रात से यहां जारी कार्रवाई में गिरफ्तार किए हैं। ज्यादातर आंदोलनकारी छात्र यहां से विभिन्न रास्तों से निकल भागे। भागने का एक जरिया सीवर पाइपलाइन भी थी।

पॉलीटेक्निक विश्वविद्यालय में पुलिस को बड़ी संख्या में पेट्रोल बम मिले हैं, जो छात्रों ने पुलिस से मुकाबले के लिए बनाए थे। इसके अतिरिक्त ज्यादातर क्लास रूम बर्बाद कर दिए गए हैं, लेकिन पुस्तकालय की सभी पुस्तकें सुरक्षित हैं। बिजली और पानी की पाइपलाइनों को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। पुलिस को तलाशी में वो फेस मास्क और काले छाते नहीं मिले हैं, जिन्हें लेकर छात्र आंदोलन किया करते थे। माना जा रहा है कि छात्रों ने इन्हें कहीं छिपा दिया है।

मीडिया से बातचीत में आंदोलनकारियों ने पुलिस के आगे समर्पण की संभावना को नकार दिया है। उन्होंने संकेत दिया है कि वे फिर एकजुट होंगे और लोकतंत्र के लिए फिर से आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। विश्वविद्यालय की दीवारों पर लिखा हुआ है- हमारे पास खोने को कुछ भी नहीं है..हमारी व्यवस्था (सिस्टम) में कोई हिस्सेदारी नहीं है..। जाहिर है छात्र सब कुछ गंवाकर भी कुछ पाना चाहते हैं।

चीन ने नए कानून पर अमेरिका को चेताया

चीन ने हांगकांग पर अमेरिकी संसद में पारित प्रस्ताव को कानून बनने से रोकने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वीटो लगाने की मांग की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा कि हांगकांग की स्थिति की वार्षिक समीक्षा का कानून बनने का दोनों देशों के आपसी रिश्तों पर गंभीर असर पड़ेगा। पारित प्रस्ताव के अनुसार हांगकांग को विशेष कारोबारी क्षेत्र के दर्जे की मान्यता को जारी रखने के लिए अमेरिका प्रति वर्ष वहां पर मानवाधिकारों की स्थिति की समीक्षा करेगा। वहां पर मानवाधिकार उल्लंघन के दोषी पाए जाने वाले हांगकांग और चीन के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।


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