धूमपान से 30 फीसद बढ़ सकता है कैंसर और हृदय रोग समेत कई बीमारियों का खतरा
ज्यादा सिगरेट पीने से श्वसन संबंधी विकार कैंसर और हृदय रोग समेत कई बीमारियों का खतरा 30 फीसद तक बढ़ सकता है। इसका संबंध स्वास्थ्य संबंधी 28 समस्याओं के बढ़े खतरे से पाया गया है।
मेलबर्न, प्रेट्र। बहुत ज्यादा धूमपान करने वाले लोग सचेत हो जाएं। एक नए अध्ययन में आगाह किया गया है कि ज्यादा सिगरेट पीने से श्वसन संबंधी विकार, कैंसर और हृदय रोग समेत कई बीमारियों का खतरा 30 फीसद तक बढ़ सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं के अनुसार, बहुत अधिक स्मोकिंग का संबंध स्वास्थ्य संबंधी 28 समस्याओं के बढ़े खतरे से पाया गया है।
इस अध्ययन के जरिये बहुत ज्यादा धूमपान से फेफड़ों के रोग एम्फिसीम का 17 गुना और धमनियों के अवरुद्ध होने का सात गुना अधिक खतरा पाया गया। जबकि लंग कैंसर का जोखिम साढ़े छह गुना अधिक पाया गया। उन्होंने बताया कि एक दिन में 20 या ज्यादा सिगरेट सेवन को बहुत ज्यादा स्मोकिंग की श्रेणी में रखा जाता है।
हर सिगरेट के साथ बढ़ता ही जाता है रोग का खतरा
ईक्लीनिकल मेडिसिन पत्रिका में छपे शोध के मुताबिक, यह निष्कर्ष स्मोकिंग करने वाले एक लाख 52 हजार से ज्यादा लोगों के अस्पताल डाटा पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि रोजाना हर सिगरेट के साथ सांस संबंधी बीमारी, कई तरह के कैंसर और हृदय रोग का खतरा बढ़ता ही जाता है।
स्मोकिंग दुनियाभर में मौत की प्रमुख वजह
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया की प्रोफेसर एलिना हाइपोनेन ने कहा, 'स्मोकिंग दुनियाभर में मौत की प्रमुख वजह है। सामान्य व्यक्तियों की तुलना में धूमपान करने वाले लोगों की आमतौर पर दस साल पहले मौत हो जाती है। इसे रोका जा सकता है। पिछले 20 वर्षों में धूमपान में वैश्विक गिरावट के बावजूद, दुनिया में 15 वर्ष से अधिक आयु के अनुमानित 20 प्रतिशत लोग अभी भी धूमपान करते हैं।'
ऑस्ट्रेलिया की 13.8 प्रतिशत वयस्क आबादी रोजाना धूम्रपान करने वाली
शोधकर्ताओं के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया के हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 13.8 प्रतिशत वयस्क आबादी (26 लाख लोग) रोजाना धूमपान करने वाली है। 1995 के बाद से 10 प्रतिशत की कमी के बावजूद, धूम्रपान से प्रति वर्ष 19,000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों की मौत का अनुमान है।