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हांग कांग: एपल डेली के स्टाफ ने भारी मन से कहा अलविदा, भारी बारिश के बीच लोगों ने दी विदाई

हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक अखबार एपल डेली का गुरुवार को अंतिम रूप प्रकाशित किया गया अखबार का अंतिम संस्करण की दस लाख से ज्यादा प्रतियां छापी गई थीं। जो अन्य दिनों की अपेक्षा में कई गुना ज्यादा थीं। अखबार का अंतिम संस्करण छपने के बाद पूरा स्टाफ भावुक हो उठा।

By Amit KumarEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 04:55 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 04:55 PM (IST)
हांग कांग: एपल डेली के स्टाफ ने भारी मन से कहा अलविदा, भारी बारिश के बीच लोगों ने दी विदाई
हांग कांग के लोकतंत्र समर्थक अखबार एपल डेली का गुरुवार को अंतिम प्रकाशन हुआ।

हांगकांग,रॉयटर्स। हांग कांग के लोकतंत्र समर्थक अखबार एपल डेली का गुरुवार को अंतिम प्रकाशन हुआ। अखबार का अंतिम संस्करण की दस लाख से ज्यादा प्रतियां छापी गई थीं। जो अन्य दिनों की अपेक्षा में कई गुना ज्यादा थीं। अखबार का अंतिम संस्करण हासिल करने के लिए स्टॉल्स पर लंबी लाइनें देखी गईं। अखबार का अंतिम संस्करण छपने के बाद पूरा स्टाफ भावुक हो उठा। सभी ने भारी मन से एक दूसरे से अलविदा कहा, लेकिन सभी में एक खुशी भी थी कि वो इतने दिनों तक साथ काम कर सके।

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पाठकों के नाम भावुक पत्र

एपल डेली के आखिरी संस्करण में हांगकांग के लोगों के नाम उप मुख्य संपादक का पत्र छापा गया है। उसमें उन्होंने पिछले 26 वर्षों के साथ और प्यार के लिए अपने पाठकों का धन्यवाद किया है। साथ ही एक भावुक संदेश में कहा कि जब एक सेब को जमीन में दफना दिया जाता है, तो वो नष्ट नहीं होता। बल्कि उसके बीजों से एक नया पेड़ तैयार होता है, जिसमें और ज्यादा फल लगते हैं और वो पहले से कहीं ज्यादा मजबूत होता है।

आखिरी हर पल रहा भावुक

एपल डेली परिवार का सबसे छोटा सदस्य और रिपोर्टर 23 वर्षीय याउ टिंग-लेउंग ने बताया कि वो कल पूरी रात सो नहीं सका। पिछले एक साल से वो अपने सपने के ऑफिस में काम कर रहा था। लेकिन अब सब कुछ समाप्त हो रहा है। उसने बताया कि गुरुवार के दिन उसे ऑफिस आने के लिए मना किया गया था। लेकिन वो फिर भी ऑफिस आया, लेकिन आज उसके पास करने के लिए कुछ भी नहीं था। आज उसे कुछ भी नहीं लिखना था, उसे ऐसा लग रहा था कि मानों किसी ने उससे, उसका सबकुछ छीन लिया हो। लेउंग ने भावुक होते हुए बताया कि, अखबार का आखिरी संस्करण छपने से पहले मुझे हमारे द्वारा किए गए काम को संभाल कर रखने की जिम्मेदारी दी गई। जिसमें वे बहुत सारी स्टोरियां थी, जिनसे मेरी यादें जुड़ी हुई थीं, बहुत सी अवार्ड जीतने वाले आर्टिकल थे। सबको संभाल कर रखना था, लेकिन वक्त धीरे-धीरे निकलता जा रहा था।

वहीं एपल डेली की उप मुख्य संपादक चान पुई-मैन, गिरफ्तारी के बाद जमानत पर इस वक्त बाहर हैं। वो ऑफिस में दीवार पर लगे "आई लव ऐप्पल" लोगो को देखते हुए, भारी मन के साथ न्यूज़ रूम को एक टक देख रहे थीं। जैसे कि सब अपने मन में बसा लेना चाहती हों, तो उनके दूसरी तरफ पिछले 22 वर्षों से अखबार में काम कर रहे सीनियर फीचर एडिटर नॉर्मन चोई डेसक से अपना सामान उठा रहे थे। ये सभी पल बहुत भावुक करने वाले थे।

एपल डेली के आखिरी दिन जैसे-जैसे शाम पास आ रही थी। ऑफिस की बिल्डिंग के बाहर लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। सभी एक स्वर में एपल डेली का धन्यवाद कर रहे थे। शाम के वक्त अखबार के सभी सदस्य बिल्डिंग की छत पर एक साथ आए और उन्होंने अपने फोन की लाइट जलाकर वहां मौजूद लोगों का अभिवादन किया। हांगकांग के लोगों ने भारी बारिश में उन्हें भावुक विदाई दी।


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