दक्षिण सूडान में यूएन मिशन के कमांडर बने भारतीय सैन्य अधिकारी
यूएन प्रवक्ता ने कहा शैलेश तिनेकर भारतीय सेना के सम्मानित अधिकारी हैं। उन्होंने भारतीय सेना में 34 साल अपनी सेवाएं दी हैं।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। भारतीय सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल शैलेश तिनेकर (57) को दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के शांति रक्षा मिशन का कमांडर बनाया गया है। यूएन के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने इसकी घोषणा की है। तिनेकर लेफ्टिनेंट जनरल फ्रैंक कमांजी की जगह लेंगे। कमांजी का कार्यकाल 26 मई को समाप्त हो रहा है।
इसकी जानकारी देते हुए यूएन प्रवक्ता ने कहा, 'शैलेश तिनेकर भारतीय सेना के सम्मानित अधिकारी हैं। उन्होंने भारतीय सेना में 34 साल अपनी सेवाएं दी हैं।' इंडियन मिलेट्री एकेडमी से स्नातक तिनेकर जुलाई 2018 से इन्फैंट्री स्कूल के कमांडेंट के पद पर हैं।
सेना में योगदान के लिए उन्हें सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने 2008 से 2009 के बीच सूडान में यूएन के मिशन में अपना सेवा दी है। 2011 में आजाद हुए दक्षिण सूडान में चल रहे यूएन मिशन के लिए करीब 19,400 सुरक्षा बल तैनात है। 2,337 शांतिरक्षकों के साथ भारत इस मिशन का दूसरा सबसे बड़ा सहयोगी है। वहीं दुनियाभर में चल रहे शांति रक्षा मिशन पर भारत के 6,400 से ज्यादा सैनिक व पुलिस बल तैनात है।
शांति रक्षा मिशन में भारत के सहयोग को गुतेरस ने सराहा
यूएन प्रमुख एंटोनियो गुतेरस ने यूएन और उसके शांति रक्षा मिशन में भारत के योगदान के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा बनाए रखने में भारतीय महिलाओं की भूमिका को भी सराहा। यूएन अंतरराष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में गुतरेस ने कहा, 'मैं भारतीय शांति रक्षकों के साहस व त्याग पर आभार व्यक्त करता हूं।'
भारतीय शांतिरक्षक को मरणोपरांत सम्मान यूएन प्रमुख गुतेरस ने भारतीय पुलिस कर्मी जितेंद्र कुमार को मरणोपरांत डैग हम्मरस्कॉल्ड मेडल से सम्मानित किया है। वह डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ द कांगो के शांति रक्षा मिशन में तैनात थे। यूएन में भारत के दूत सैयद अकबरुद्दीन ने मेडल स्वीकार किया। कुमार के साथ 119 पुरुष व महिला शांतिरक्षकों को भी मेडल से सम्मानित किया गया।
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