निम्न आय वाले देशों की मदद में विफल रही वैश्विक वित्तीय प्रणाली- गुतेरस
विश्व आर्थिक मंच के आनलाइन दावोस एजेंडा को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने कहा कि जिस समय दुनिया के निम्न आय वाले देशों को सबसे अधिक जरूरत थी वैश्विक आर्थिक प्रणाली उनकी मदद करने में विफल रही।
दावोस, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस (Antonio Guterres) ने सोमवार को कहा कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) का पुनरोद्धार काफी कमजोर और असमान हो गया है। विश्व आर्थिक मंच के आनलाइन दावोस एजेंडा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस समय दुनिया के निम्न आय वाले देशों को सबसे अधिक जरूरत थी, वैश्विक आर्थिक प्रणाली उनकी मदद करने में विफल रही।
गुतेरस ने कहा, 'महामारी से दुनिया का पुनरोद्धार हो रहा है, लेकिन यह काफी कमजोर है। कई देशों में टीकाकरण की दर अफ्रीकी राष्ट्रों से सात गुना तक अधिक है।अपने विशेष संबोधन में गुतेरस ने कहा कि मौजूदा दौर में निम्न आय वाले देश सबसे कमजोर स्थिति में हैं। खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों की वजह से विशेषकर निचले से मध्यम आय वर्ग वाले देशों में पुनरोद्धार प्रभावित हो रहा है।उन्होंने कहा कि जब इन देशों को सबसे अधिक मदद की जरूरत थी, वैश्विक वित्तीय प्रणाली ऐसा करने में विफल रही।
वैश्विक एकजुटता का अभाव है। कार्बन उत्सर्जन कम करने के मुद्दे का जिक्र करते हुए गुतेरस ने कहा कि वह भारत सरकार के दृष्टिकोण को समझते हैं कि इस तरह के गठबंधन में किसी तरह सबक मिलेगा, जिसे नई दिल्ली नहीं स्वीकार कर सकती। गुतेरस ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने की खातिर देशों और संस्थानों के गठबंधन का आह्वान किया है।उन्होंने भारत द्वारा समर्थन के कई द्विपक्षीय रूपों की स्वीकृति की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि विकसित देश भारत को सौर ऊर्जा सहित अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद प्रदान करेंगे।