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जानें- पूरी दुनिया को कोरोना वैक्‍सीन की कब और कितनी खुराक सप्‍लाई करेंगे जी-7 देश

संयुक्‍त राष्‍ट्र ने जी-7 देशों द्वारा गावी में 87 करोड़ कोरोना वैक्‍सीन की खुराक दान में देने की घोषणा पर खुशी जताई है। इसकी आधी खुराक इस वर्ष के अंत तक उपलब्‍ध करवा दी जाएंगी जबकि बाकी अगले वर्ष तक आएंगी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 03:05 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 03:05 PM (IST)
जानें- पूरी दुनिया को कोरोना वैक्‍सीन की कब और कितनी खुराक सप्‍लाई करेंगे जी-7 देश
कोवैक्‍स योजना के तहत जी-7 देश देगें वैक्‍सीन का दान

न्‍यूयॉर्क (संयुक्‍त राष्‍ट्र)। ब्रिटेन के कॉर्नवॉल में तीन दिवसीय जी-7 शिखर सम्‍मेलन के अंत में सदस्‍य देशों ने करीब 87 करोड़ खुराक सीधेतौर पर देने की घोषणा की है। जी-7 की इस घोषणा का कोवैक्‍स पहल के सदस्‍य संगठनों ने स्‍वागत किया है। आपको बता दें कि यूएन की एजेंसी विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अंतर्गत वैक्‍सीन को न्‍यायसंगत तरीके से वितरण करने के लिए बने गावी (वैक्‍सीन एलाएंस) संगठन कोवैक्‍स योजना के तहत उन देशों को वैक्‍सीन की सप्‍लाई करने में लगा है जो गरीब है और जो अकेले वैक्‍सीन का खर्च नहीं उठा सकते हैं। जी-7 बैठक में ऐसे देशों में वैक्‍सीन की उपलब्‍धता सुनिश्चित करने के लिए गावी का समर्थन किए जाने की घोषणा की है।

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जी-7 देशों के द्वारा घोषित की गई वैक्‍सीन की खुराकों की आपूर्ति 2021 और 2022 में हो सकती है। इसमें से करीब 44 करोड़ वैक्‍सीन की खुराक इस वर्ष के अंत तक मुहैया करवाने का लक्ष्‍य भी जी-7 देशों ने रखा है। आपको बता दें कि जी-7 देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जापान, जर्मनी और कनाडा शामिल है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि गावी से जुड़ने वाले अंतरराष्‍ट्रीय संगठनों में डब्‍ल्‍यूएचओ के अलावा सीईपीआई और यूनिसेफ भी शामिल है। इसका पहला मकसद जरूरतमंद देशों में न्‍यायपूर्ण तरीके से वैक्‍सीन की उपलब्‍धता को सुनिश्चित कराना है।

इन संगठनों ने वैक्सीन की खुराक पाने के लिए जी-7 देशों के साथ मिलकर प्रयासों को और अधिक तेजी से बढ़ाने की भी बात कही है। संगठन इनका कहना है कि ऐसा करके ही वैक्‍सीन को लेकर आ रही चुनौतियों से निपटा जा सकेगा और कोरोना की रफ्तार कम करने साथ ही भविष्य में वायरस के बदलते रूपों के सामने आने की भी आशंका कम होगी। यूनिसेफ की हेनरीएटा फोर की तरफ से जारी एक बयान में वैक्‍सीन को लेकर दिए गए बयानों के लिए जी-7 संगठन की तारीफ की गई है।

उनका कहना है कि महामारी एक दुखद और गंभीर पड़ाव पर है। लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। यदि हमनें तेजी नहीं दिखाई तो ये तबाही आगे भी जारी रह सकती है। उन्‍होंने ये भी कहा कि अमीर देशों में हो रहे वैक्‍सीनेशन के दम पर अब वो लोग जनजीवन को सामान्‍य बनाने पर विचार कर रहे हैं। वहीं गरीब और मध्‍यम आय वाले देशों में वैक्‍सीन की कमी से हालात काफी गंभीर हैं। हैनरी ने ये भी कहा कि अब बर्बाद करने के लिए समय नहीं बचा है।


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