'एयर बबल' की अवधारणा के तहत अगले सप्ताह से नेपाल और भारत के बीच शुरू होंगी उड़ानें
25 नवंबर को मंत्रिपरिषद की बैठक में भारत द्वारा जारी प्रस्ताव को स्वीकार करने का निर्णय लिया गया था। इसके अलावा बैठक ने संस्कृति पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को अधिकार देने का भी निर्णय लिया जो आवश्यकता के आधार पर अनुमति दे सके।
काठमांडू, एएनआइ। करीब नौ महीने तक बंद रही काठमांडू और नई दिल्ली के बीच उड़ानें अगले सप्ताह से 'एयर बबल' की अवधारणा के तहत फिर से शुरू हो रही हैं। इस बात की पुष्टि नेपाल से संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि नेपाल के काठमांडू और भारती की राजधानी दिल्ली के बीच यह उड़ाने रहेंगी। मंत्रालय के सचिव लामिचाने ने कहा कि हम 'एयर बबल' की अवधारणा पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे जो भारत ने राजनयिक चैनल के माध्यम से उड़ानों के संचालन की तारीख के बारे में मंत्रालय को भेजी थी। इसके बाद दोनों देशों की एयरलाइनों को फिर से शुरू करने के लिए आवश्यक तैयारी करने के लिए कहा जाएगा।
एयर बबल के लिए भारत के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए पहले चरणबद्ध नियोजित बहाली पर भारत और नेपाल की राजधानी के बीच केवल दो उड़ानें संचालित की जाएंगी।
लामिचाने ने कहा कि नेपाल और भारत की एक-एक एयरलाइन काठमांडू और नई दिल्ली के बीच एक-एक विमान सेवा संचालित करेगी। दोनों देश बाद में आवश्यकतानुसार उड़ानों की संख्या बढ़ा सकते हैं।
25 नवंबर को मंत्रिपरिषद की बैठक में भारत द्वारा जारी प्रस्ताव को स्वीकार करने का निर्णय लिया गया था। इसके अलावा बैठक में संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को अधिकार देने का भी निर्णय लिया गया जो आवश्यकता के आधार पर अनुमति दे सके।
मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने आगे बताया कि नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAAN) के बाद नियामक संस्था भारत की विमानन एजेंसी के साथ मिलकर उड़ान मानकों को तैयार करेंगी जिनसे उड़ानों का संचालन किया जाएगा।
जानिए क्या है 'एयर बबल'
कोविड-19 के कारण कई महीनों से इंटरनेशनल विमान बंद थे। हाल ही में इनकी शुरुआत की गई है। लेकिन उड़ानें कुछ खास देशों के बीच ही हो रही हैं, जो एयर बबल की श्रेणी में आते हैं। एयर बबल दो देशों के बीच एक करार है, जिसमें उन देशों की एयरलाइंस कुछ नियमों के पालन के साथ इंटरनेशनल उड़ान भर सकती हैं। यानी आसान भाषा में कहें तो ये एयर कॉरिडोर होता है, जिसमें तय देशों के अलावा किसी की भी उड़ान प्रतिबंधित होती है। ऐसा कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए किया जा रहा है।