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खशोगी मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे हैं 5 सऊदी अफसर, प्रिंस मुहम्मद को क्लीन चिट

तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगेन ने कहा है कि खशोगी की हत्या का आदेश सऊदी सरकार के सर्वोच्च स्तर से आया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 07:40 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 12:56 AM (IST)
खशोगी मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे हैं 5 सऊदी अफसर, प्रिंस मुहम्मद को क्लीन चिट
खशोगी मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे हैं 5 सऊदी अफसर, प्रिंस मुहम्मद को क्लीन चिट

रियाद, एएफपी। पत्रकार जमाल खशोगी हत्या मामले में आरोपित सऊदी अरब के पांच अधिकारियों पर दोष सिद्ध हो गया तो उन्हें मौत की सजा हो सकती है। मामले में जांचकर्ताओं ने सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के खिलाफ सुबूत न होने की बात कहते हुए उन्हें बरी कर दिया है।

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सऊदी अरब की शाही सत्ता के मुखर विरोधी खशोगी अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार थे। दो अक्टूबर को वह तुर्की के इस्तांबुल शहर स्थित सऊदी के वाणिज्य दूतावास में अपनी शादी से संबंधित दस्तावेज पेश करने गए, लेकिन वापस नहीं आए।

तुर्की ने की निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग

जांच में पता चला कि खशोगी की दूतावास के अंदर भी हत्या कर दी गई और उनकी लाश को तेजाब से नष्ट कर ड्रेन में बहा दिया गया, लेकिन सऊदी सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि अचेतावस्था में खशोगी की हत्या के बाद उनकी लाश के टुकड़ों को दूतावास के बाहर के एक व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए दिया गया था। इस कृत्य के लिए सऊदी अरब के दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी शक के दायरे में आए, उन्हीं में से पांच अब हत्याभियोग का सामना कर रहा है। सऊदी अरब के कानून के अनुसार हत्या की सजा मौत है।

जांचकर्ताओं के अनुसार सऊदी अरब की खुफिया एजेंसी के उप प्रमुख जनरल अहमद अल-असीरी के आदेश पर इस कृत्य को अंजाम दिया गया। इसके लिए खशोगी से वार्ता के बहाने एक टीम इस्तांबुल के लिए रवाना की गई। वहां पर इस टीम ने खशोगी की हत्या की।

हत्या को लेकर दुनिया भर में फजीहत के बाद सऊदी अरब ने माना था कि उसके दूतावास में खशोगी की हत्या हुई, लेकिन उसने इसमें सऊदी सत्ता के शामिल होने से इन्कार कर दिया। प्रवक्ता ने बताया कि मामले में कुल 21 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जबकि तुर्की ने मामले की निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। तुर्की ने हत्या से जुड़े तमाम सुबूत सऊदी अरब, अमेरिका और अपने पश्चिमी मित्र देशों को सौंपे हैं।

तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगेन ने कहा है कि खशोगी की हत्या का आदेश सऊदी सरकार के सर्वोच्च स्तर से आया था। जाहिर है उनका इशारा सऊदी प्रिंस मुहम्मद की ओर है। खुफिया उप प्रमुख अल-असीरी को मुहम्मद का खास माना जाता है।


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