ट्रैवल बैन हटते ही भारत से अपने नागरिकों को ले ऑस्ट्रेलिया पहुंची पहली उड़ान; 80 नागरिक लौटे स्वदेश
80 नागरिकों को ले Qantas जेट आज ऑस्ट्रेलिया पहुंंच गया। भारत में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप देखते हुए ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने अपने नागरिकों समेत भारत से आने वाले सभी उड़ानों पर दो सप्ताह के लिए पाबंदी लगा दी थी।
मेलबर्न, प्रेट्र। ऑस्ट्रेलिया के डार्विन (Darwin) में शनिवार को भारत से एक उड़ान की लैंडिंग हुई जिसमें यहां के 80 नागरिक अपने देश वापस पहुंचे। भारत में फंसे अपने नागरिकों की वापसी के लिए ऑस्ट्रेलिया की सरकार की ओर से उड़ानों की शुरुआत की गई है। दरअसल कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप देखते हुए ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने अपने नागरिकों समेत भारत से आने वाले सभी उड़ानों पर दो सप्ताह के लिए पाबंदी लगा दी थी। इस पर सरकार की खूब आलोचना भी हुई। ऑस्ट्रेलिया में प्रतिबंध के बावजूद भारत से लौटने की कोशिश करने वाले के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ पांच साल की जेल और 66,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना भी रखा गया था।
स्थानीय समयानुसार सुबह के 9 बजे कंटास जेट (Qantas jet) रॉयल ऑस्ट्रेलियाई एयरफोर्स (RAAF) बेस पर उतरा। देश वापसी के लिए पहली उड़ान में भारत में रहने वाले 150 ऑस्टेलियाई नागरिकों ने बुकिंग कराई थी जिसमें से करीब आधे यात्रियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया और उन्हें अपने देश लौटने से रोक दिया गया। भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर बैरी ओ फारेल (Barry O'Farrell) ने बताया, 'शुक्रवार को भारत से ऑस्ट्रेलिया जाने वाली पहली उड़ान में सफर से कई यात्रियों को रोक दिया गया क्योंकि कोरोना टेस्ट में वे संक्रमित पाए गए।' इस क्रम में कुल 70 लोगों को उड़ान में सवार होने से रोक दिया गया। इनमें से 46 का कोविड टेस्ट पॉजिटिव था और 24 लोग उनके संपर्क में आए थे।
देश लौटने वाले नागरिकों को होवर्ड स्प्रिंग्स सेंटर (Howard Springs centre) में क्वारंटीन किया जाएगा। इस उड़ान में आने वाले यात्रियों को बोर्डिंग से पहले नेगेटिव कोविड टेस्ट की रिपोर्ट दिखानी थी। इन्हें दो दिन पहले PCR टेस्ट और फिर रैपिड एंटीजन टेस्ट कराना अनिवार्य था। भारत से ऑस्ट्रेलिया की अगली उड़ान अगले सप्ताह के लिए निर्धारित की गई है। करीब 10 हजार ऑस्ट्रेलियाई, स्थाई निवासी व उनके परिवार के सदस्य वापस ऑस्ट्रेलिया लौटना चाहते हैं।
शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया से भारत जाने वाली मदद की खेप में 1,056 वेंटिलेटर, 60 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य जरूरी सामान थे। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनिया भर में शनिवार सुबह तक कोविड-19 के कुल आंकड़े 16.15 करोड़ के पार हो गए है और इसके कारण मौतों की संख्या बढ़कर 33.5 लाख से ज्यादा हो गई है।