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खशोगी हत्याकांड में सऊदी युवराज पर कार्रवाई न होने से मंगेतर सेंगिज नाराज, कहा- उठाया जाए जरूरी कदम

अमेरिकी खुफिया संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी पत्रकार खशोगी की हत्या क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के आदेश पर की गई। हत्याकांड में कुल 26 अधिकारी शामिल थे। खशोगी वाशिंगटन पोस्ट अखबार में सऊदी अरब के राजनीतिक हालात पर कॉलम लिखा करते थे।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 09:02 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 09:02 PM (IST)
दिवंगत पत्रकार की मंगेतर ने कहा, दुनिया को संदेश देने के लिए कदम उठाया जाए

इस्तांबुल, रायटर। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में उनकी मंगेतर ने सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान के खिलाफ कार्रवाई न होने पर नाराजगी जाहिर की है। हैटिस सेंगिज ने कहा है कि दुनिया के नेताओं को एक हत्यारे से संबंध नहीं रखने चाहिए। अमेरिकी खुफिया संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी पत्रकार खशोगी की हत्या क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के आदेश पर की गई। हत्याकांड में कुल 26 अधिकारी शामिल थे।

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सऊदी युवराज के आलोचक खशोगी अमेरिका में रहकर वाशिंगटन पोस्ट अखबार में सऊदी अरब के राजनीतिक हालात पर कॉलम लिखा करते थे। दो अक्टूबर, 2018 को जब वह अपनी शादी के लिए जरूरी दस्तावेज दाखिल करने के लिए तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में गए थे, तभी उनकी हत्या कर दी गई थी। इस दौरान उनकी मंगेतर हैटिस सेंगिज दूतावास के बाहर खशोगी की प्रतीक्षा कर रही थीं लेकिन वह नहीं लौटे। बाद में हुई जांच में सऊदी अरब से भेजे गए सरकारी अधिकारियों के दस्ते द्वारा खशोगी की हत्या का पता चला। लेकिन उनकी लाश कभी नहीं मिली। माना गया कि लाश को तेजाब से जलाकर उसे दूतावास परिसर में ही नष्ट कर दिया गया। मामले में सऊदी अदालत ने कुछ अधिकारियों को दंडित भी किया। लेकिन क्राउन प्रिंस मुहम्मद शक के दायरे में आने के बावजूद दंड से बच गए। हाल ही में अमेरिका ने हत्याकांड में शामिल होने के सिलसिले में कुछ अधिकारियों को प्रतिबंधित किया लेकिन क्राउन प्रिंस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। तुर्की की मूलवासी सेंगिस की नाराजगी की वजह भी यही है।

सेंगिज ने कहा है कि सऊदी क्राउन प्रिंस के खिलाफ कार्रवाई न्याय की राह में बहुत जरूरी कदम है। इसका संदेश सभी दुनिया के सभी अपराधियों तक जाएगा। मुहम्मद को निश्चित रूप से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। इससे भविष्य में कोई अपराध करने से पहले कोई भी अधिकार संपन्न व्यक्ति कई बार सोचेगा। हालांकि हत्या के आरोप में अदालत में मुकदमा चलाकर मुहम्मद को दंडित करने की काफी मुश्किल और लंबी प्रक्रिया है।


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