Fall of Berlin Wall: जानें, आज से ठीक 30 साल पहले क्यों गिराई गई थी बर्लिन की दीवार
Fall of Berlin Wall आज ही के दिन ठीक 30 साल पहले बर्लिन की दीवार गिराई गई थी। जानें आखिर क्यों बर्लिन की दीवार को गिराया गया।
नई दिल्ली, एएनआइ। 30 साल पहले आज ही के दिन (9 नवंबर) बर्लिन की दीवार गिराई गई थी। ये शांतिपूर्ण तरीके से खत्म हुए अंदोलन की तीसवीं वर्ष गांठ है। इस दीवार के गिराए जाने के कारण ही शीत युद्ध के दौरान पूर्वी यूरोप के कम्युनिस्ट पश्चिमी यूरोप में प्रवेश नहीं कर पाए थे। दीवार के गिराए जाने के साथ ही कम्युनिस्ट शासन खत्म हो गया था। इस दीवार ने करीब 28 सालों तक बर्लिन शहर को दो टुकड़ों में बांट कर रखा। ये दीवार वेस्ट बर्लिन और जर्मन लोकतांत्रिक गणराज्य के बीच एक अवरोध रही। सबसे पहले आपको बताते है कि बर्लिन की दीवार क्यों गिराई गई थी।
क्यों गिराई गई थी बर्लिन की दीवार
दरअसल दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ती के के बाद बर्लिन शहर में अजीबोगरीब स्थिती पैदा हो गई थी। दरअसल तब यूरोप दो भागों में बट गया था, पहला कम्यूनिस्ट पूर्वी और पूंजीवादी पश्चिमी। 13 अगस्त 1961 को इस दीवार को तोड़ दिया गया था। 9 नवंबर 1989 को तोड़ दिया गया था। एक ओर जहां ईस्ट बर्लिन में सेवियत संघ का कब्जा था वहीं, दूसरी तरफ वेस्ट जर्मनी जो अमेरिका, फ्रांस और इंग्लैंड के कब्जे में था।
ईस्ट बर्लिन में सही नहीं थे हालात
ईस्ट बर्लिन में तब हालात कुछ ठीक नहीं थे। इसलिए लोग वहां से वेस्ट बर्लिन में जाने लगें। तब वहां लोकतंत्र था और माहौल भी ठीक थी। तब सरकार ने ईस्ट और वेस्ट बर्लिन बॉर्डर पर कंक्रीट की बड़ी दीवार गिरा दी थी। इससे पहले तारबंदी की गई थी। साथ ही कई हजार जवानों दीवार के दोनों तरफ स्नाइपर के साथ तैनात रहते थे। जैसे ही कोई वहां आता दिखता था या तो उसो गोली मार दी जाती थी या फिर उसे गिरफ्तार कर लिया जाता था।
गूगल ने भी मनाई वर्षगांठ
गूगल ने भी बर्लिन दीवार गिराए जाने की 30वीं वर्षगांठ पर डूडल बनाया था। बर्लिन की ही गेस्च आर्टिस्ट मैक्स गूथर ने गूगल डूडल बनाया है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर काम करके बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझए उम्मीद है कि पूरी दुनिया में लोग सीमा पर बनाई गई दीवार से लड़ना शुरु कर देंगे। विभाजीत या फिर अलग-अलग देशों में रहने वाले लोगों की मदद करना शुरु कर देंगे। अपने घर से भागने वाले लोगों को शरण देंगे।