Move to Jagran APP

सरदार पटेल की 144 वीं जयंती पर फ्रांस में भी मनाया गया एकता दिवस

देश के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल कि 144 वीं जयंती पर भारत में ही नहीं विदेश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें फ्रांस शामिल है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 01:22 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 02:59 PM (IST)
सरदार पटेल की 144 वीं जयंती पर फ्रांस में भी मनाया गया एकता दिवस
सरदार पटेल की 144 वीं जयंती पर फ्रांस में भी मनाया गया एकता दिवस

पेरिस, एएनआइ। देश के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144 वीं जयंती पर भारत में ही नहीं विदेश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें फ्रांस शामिल है। 31अक्टूबर 2019 को पूरे देश में इस मौके पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of unity) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस खास मौके पर फ्रांस में भी इस दिन को एकता दिवस (Ekta Diwas) के नाम से मनाया। फ्रांस में मौजूद भारत के दूतावास की ओर सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144 जयंती (44 birth anniversary of Sardar Vallabhbhai Patel) के अवसर  पर फ्रांस में 31 अक्टूबर को एकता दिवस मनाया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगा पर दी गई स्पीच का प्रसारण किया गया। इस भारतीय दूतावास के श्री अरुलानंदु(Mr Arulanandu) ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 

loksabha election banner

भारत में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को काफी धूमधाम से मनाया गया। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुजरात में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं अगर भारत की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां पर रन फॉर यूनिटी (Run for Unity) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसको गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने हरी झंडी दिखाई।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम (Dhyanchand National Stadium) से किया गया। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी ( Hardeep Singh Puri) और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Lieutenant Governor Anil Baijal) ने भी सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की।

बता दें कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर ही जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित राज्य का दर्जा दिया गया है। 5 अगस्त को जम्मू से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से राज्य का पुनर्गठन किया गया।   

यह भी पढ़ें: चीन पर हावी हो रही भारत की आक्रामकता, क्‍या सता रहा अक्‍साई चिन के छिन जाने का डर!


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.