चीन की धमकी के बावजूद, ताइवान की राष्ट्रपति से मिला अमेरिकी सांसदों का दल
चीन से धमकी के बावजूद पांच अमेरिकी सांसदों ने ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से शुक्रवार की सुबह मुलाकात की है। अमेरिकी सांसदों का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब दशकों की तनातनी अपने चरम पर है।
ताइपे, एजेंसियां: पांच अमेरिकी सांसदों ने ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से शुक्रवार की सुबह मुलाकात की है। अचानक की गई यह मुलाकात चीन की धमकी के बाद स्वायत्त ताइवान को अमेरिका के सशक्त समर्थन का एक और सुबूत है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा से सत्ता व विपक्षी दलों के सांसदों का एक समूह गुरुवार की रात को ही ताइवान पहुंचा और साई समेत कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का फैसला लिया। यह जानकारी ताइवान स्थित एक अमेरिकी संस्थान ने दी है जिसे स्वयंभू दूतावास माना जाता है। दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात के संबंध में और कोई जानकारी नहीं दी गई है।
अमेरिकी सांसदों का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब दशकों की तनातनी अपने चरम पर है। साल 1949 में गृह युद्ध के बाद से अलग हुए दोनों देशों के बीच हमेशा से संबंध तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन चीन उसे अभी भी अपना अभिन्न अंग मानता है। अमेरिकी सांसद एलिसा स्टोकिन (डी मिच) ने ट्वीट करके कहा कि हमारे दौरे की खबर जब सार्वजनिक हो गई तब हमारे आफिस में चीन दूतावास से एक धमकी भरा पत्र आया। उसमें कहा गया था कि अमेरिकी सांसद इस दौरे से वापस लौट जाएं।
अमेरिकी सांसदों के इस प्रतिनिधिमंडल में मार्क टकानो (डी कैलिफ), कालिन आलरेड (डी-टैक्सास), सारा जैकब्स (डी कैलिफ) और नैंसी मेस (आर-एस.सी.) भी शामिल हैं। सांसद टकानो ने कहा कि हम इस दौरे पर अपने साझेदारों को यह याद दिलाने आए हैं कि हमारा रिश्ता अटूट है। हम प्रतिबद्ध हैं और प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र और सुरक्षित रखने की अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी समझते हैं। अमेरिकी सांसदों का स्वागत करने वाली साई ने कहा कि ताइवान अमेरिका के साथ अपना सहयोग जारी रखेगा। प्रतिनिधिमंडल ने ताइवान के राष्ट्रीय सुरक्षा महासचिव विलिंगटन कू व विदेश मंत्री जोसेफ वू से भी मुलाकात की है।