सूडान से कल भारत आ सकते हैं 14 भारतीयों के शव, फैक्ट्री में लगी आग से हुई थी मौत
पिछले तीन दिसंबर को राजधानी खारतूम में स्थित सीला सिरेमिक फैक्ट्री के एलपीजी टैंकर में हुए विस्फोट में 23 लोगों की मौत हो गई थी।
खारतूम, प्रेट्र। अफ्रीकी देश सूडान (Sudan) की एक फैक्ट्री में पिछले सप्ताह लगी आग में जान गंवाने वाले 14 भारतीयों के शव बुधवार को भारत पहुंच सकते हैं। भारतीय उच्चायोग ने कहा है कि जिन शवों की पहचान हो गई है उन्हें भारत भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
गत तीन दिसंबर को राजधानी खारतूम में स्थित सीला सिरेमिक फैक्ट्री के एलपीजी टैंकर में हुए विस्फोट में 23 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद से 16 भारतीय लापता बताए गए थे। भारतीय दूतावास ने अपने ट्विटर अकाउंट पर उन लोगों के नाम जारी किए थे, जिनके शवों की पहचान हो चुकी है।
परिजनों को कर दिया गया सूचित
दूतावास ने बताया कि सभी मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। हादसे में जान गंवाने वाले जिन भारतीयों के शवों की पहचान हो चुकी है, उनमें बिहार, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के तीन-तीन, हरियाणा और तमिलनाडु के दो-दो और एक पुडुचेरी का रहने वाला था।
130 से ज्यादा हुए थे घायल
बता दें कि सूडान की राजधानी खारतूम में तीन दिसंबर को एक चीनी मिट्टी के कारखाने में एलपीजी टैंकर में हुए धमाके में 23 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक घायल हो गए थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया था। आग लगने के दौरान इस कारखाने में 50 से अधिक भारतीय श्रमिक काम कर रहे थे।
इस बड़े हादसे के बाद सूडान सरकार ने कहा था कि औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्ट्री में गैस टैंकर को खाली करते समय धमाका हुआ। इसका कारण वहां मौजूद अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ को सही ढंग से नहीं रखा जाना और सुरक्षा उपकरणों का अभाव था। आग लगने के कारणों की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। कमेटी यह भी पता लगाएगी कि हादसे को कैसे रोका जा सकता था।