न्यूजीलैंड: ज्वालामुखी विस्फोट से होने वाली मौतों की आपराधिक जांच शुरू
न्यूजीलैंड के व्हाइट आइलैंड पर ज्वालामुखी विस्फोट का पुलिस द्वारा जांच किया जा रहा है। इस हादसे में पांच के मरने और 31 लोगों के जख्मी होने की खबर है।
वेलिंगटन, आइएएनएस। Volcano Eruption: न्यूजीलैंड (New zealnad) में सोमवार को व्हाइट आइलैंड (White Island) पर वकारी ज्वालामुखी विस्फोट (Volcano Eruption) के पीछे के हालातों पर आपराधिक जांच ( Criminal probe) शुरू की गई है। इसके लिए पुलिस ने मंगलवार को अपना अभियान शुरू कर दिया। इस हादसे में पांच लोगों की जान चली गई, आठ लापता हैं और 31 लोग घायल हैं।
पुलिस डिप्टी कमिश्नर जॉन टिम्स (John Tims) ने कहा कि आने वाले दिनों में जांच के लिए विभिन्न पहलुओं पर गौर किया जाएगा। लापता लोगों के बारे में ऐसा माना जा रहा है कि उनकी भी मौत हो गई है और उनके शव वहां बिखरे राख में कहीं दब गया है। टिम्स ने बताया कि आइलैंड (Island) पर मंगलवार को एक नाव को भेजा गया ताकि ड्रोन को लांच किया जा सके लेकिन वहां इसके अनुकूल हालात नहीं हैं। जैसे ही वहां का वातावरण अनूकूल होता हे फिर से ड्रोन को भेजा जाएगा। ड्रोन वहां के गैसों को जमा कर लेगा जिसका विश्लेषण किया जाएगा और आइलैंड के लिए सुरक्षात्मक पहलुओं पर विचार होगा।
विस्फोट के बाद डर से मरने वाले पर्यटक न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका,चीन और मलेशिया के हैं। कुल 47 लोग आइलैंड पर थे जब यह विस्फोट हुआ। इसके कारण हवा में 12,000 फीट तक राख फैल गया। मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डन (Jacinda Ardern) ने कहा कि कहीं भी जिंदगी का नामो निशान नहीं है। विस्फोट के बाद हेलीकॉप्टरों और एयरक्राफ्ट के जरिए मौकास्थल का मुआयना कराया गया। अब यह स्पष्ट है कि आइलैंड पर दो ग्रुप थे। उल्लेखनीय है कि ज्वालामुखी विभाग पहले से ही ज्वालामुखी की गतिविधि को मॉनिटर किया जा रहा था। इसके बाद विस्फोट को लेकर चेतावनी भी जारी हुआ। फिर भी पर्यटकों को रोका नहीं गया।