COVID-19 Impact: विदेशी वर्करों को वतन वापस भेजेगा सिंगापुर का मुस्तफा सेंटर
कोविड-19 के कारण सिंगापुर का मुस्तफा सेंटर बंद होने वाला है और यह अपने विदेशी पर्यटकों को वतन वापस भेज रहा है।
सिंगापुर, प्रेट्र। सिंगापुर का सबसे बड़ा भारतीय मूल का हाइपरमार्केट (Indian origin hypermarket) मुस्तफा सेंटर (Mustafa Centre) ने सोमवार को ऐलान किया कि यह अपने विदेशी वर्करों को उनके वतन वापस भेज देगा। बता दें कि यहां काम करने वाले वर्कर अधिकतर भारतीय हैं। इनके 'वर्क पास (work passes) ' खत्म हो चुके हैं।
कोविड-19 के कारण यहां का बिजनेस बुरी तरह बर्बाद हो चुका है। कंपनी की ओर से यहां काम करने वाले वर्करों का वेतन भी रुक जाएगा। मैनेजर ने कहा, 'पर्यटक व विदेशी वर्कर यहां के रेवेन्यू का मुख्य स्रोत हैं लेकिन अब सब खत्म है।' मुस्ताक ( Mustaq) के अनुसार, कुछ स्टाफ ने कहीं और नौकरी की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी इस्तीफा के लिए नोटिस पीरियड को खत्म कर देगी और जो इस्तीफा देंगे उन्हें एक महीने का बेसिक वेतन दिया जाएगा।
कंपनी अपने वर्करों के लिए देश के रोजगार संस्थान मैनुअल और मर्केंटाइल वर्कर्स यूनियन के साथ काम करेगी। 6 मई को दोबारा से मुस्तफा सेंटर में काम शुरू हुआ। तीन महीने बाद खुल तो गया सेंटर लेकिन कार्य अवधि को कम करने के साथ। सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक ही काम शुरू किया गया और इस अवधि को धीमी गति से बढ़ाने का विचार था ताकि यह अपने 24 घंटे के ऑपरेशन पर वापस लौट सके। लेकिन कोविड-19 के कारण ऐसा हो न सका। अधिक लागत और धन आने के स्रोतों में की के कारण यह बंद होता नजर आ रहा है। महामारी के कारण आने वाले विजिटर्स की संख्या काफी कम है। यह सेंटर सिंगापुर आने वाले भारतीय मूल के लोगों में काफी लोकप्रिय है।
शनिवार को सिंगापुर में कम्युनिटी ग्रुपों जैसे टैक्सी ड्राइवर, फूड डिलिवरी वर्करों, हॉकरों आदि का मुफ्त कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात का ऐलान किया कि इस टेस्ट में आने वाला खर्च सरकार वहन करेगी ।