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समलैंगिक विवाह को इजाजत देने वाला लैटिन अमेरिका का छठा देश बना कोस्टा रिका

कोस्टा रिका मंगलवार को समलैंगिक विवाह को इजाजत देने वाला नवीनतम देश बन गया। देश के सुप्रीम कोर्ट ने देश समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध खत्म करने का आदेश सुनाया।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 09:54 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:54 AM (IST)
समलैंगिक विवाह को इजाजत देने वाला लैटिन अमेरिका का छठा देश बना कोस्टा रिका
समलैंगिक विवाह को इजाजत देने वाला लैटिन अमेरिका का छठा देश बना कोस्टा रिका

सैन जोस, एपी। कोस्टा रिका मंगलवार को समलैंगिक विवाह को इजाजत देने वाला नवीनतम देश बन गया। देश के सुप्रीम कोर्ट ने देश समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध खत्म करने का आदेश सुनाया। इसके साथ ही लैटिन अमेरिका में ऐसा करने वाला वह छठा देश बनगया।  मध्यरात्रि में प्रतिबंध हटने के बाद समलैंगिक जोड़ों ने समारोह आयोजित किए। हालांकि, कोरोना वायरस (COVID-19) की वजह से निजीतौर पर ज्यादातर  समारोह आयोजित किए गए। प्रतिबंध हटाने के बाद न्यायाधीशों और नोटरी के समक्ष इनमें से कुछ ने जश्न मनाया, जिसके लिए इनमें से कुछ समारोहों का प्रसारण भी हुआ। 

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डारित्ज़ा अरया और एलेक्जेंड्रा क्विरोस ने आधी रात के बाद शादी की। यह देश में पहला कानूनी समलैंगिक विवाह था और इसे इंटरनेट पर लाइव स्ट्रीम किया गया। बता दें कि कोस्टा रिका लैटिन अमेरिका में छठा देश है, जहां समलैंगिक विवाह को वैधता दी गई है। इससे पहले इक्वाडोर न पिछले साल इसकी अनुमति दी थी। मैक्सिको के भी कुछ हिस्सों में इसकी अनुमति है।

समलैंगिक समानता कार्यकर्ता मार्को कैस्टिलो ने शादी की

समलैंगिक समानता कार्यकर्ता मार्को कैस्टिलो ने अपने लंबे समय के साथी से मंगलवार सुबह एक न्यायाधीश के समक्ष शादी कर ली। यह सामाजिक समानता के लिए उठाया गया कदम है। रॉड्रिगो और मैं अदालत में एक दूसरे से शादी करने में सक्षम हैं, यही प्रगति है। कैस्टिलो ने अदालतों में वर्षों तक एक समलैंगिक विवाह के लिए लड़ाई लड़ी है।

 2018 के राष्ट्रपति चुनाव में यह मुद्दा काफी प्रभावी रहा

राष्ट्रपति कार्लोस अल्वाराडो ने राज्य टेलीविजन और सोशल नेटवर्क पर एक संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने कहा, 'आज हम स्वतंत्रता, समानता और लोकतांत्र का जश्न मना रहे हैं।' इंटर-अमेरिकन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स द्वारा एक राय जारी करने के बाद कि कोस्टा रिका के 2018 के राष्ट्रपति चुनाव में यह मुद्दा काफी प्रभावी रहा।

राष्ट्रपति कार्लोस अल्वाराडो को जीत हासिल करने में मदद की

इंटर-अमेरिकन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स ने कहा था कि कोस्टा रिका जैसे देशों ने मानवाधिकारों पर अमेरिकी कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्हें समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप देने के लिए तुरंत कदम उठाना चाहिए। इसने राष्ट्रपति कार्लोस अल्वाराडो को फैब्रिकियो अल्वाराडो के खिलाफ जीत हासिल करने में मदद की, जिसने इसके खिलाफ अभियान चलाया था।


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