कोरोना के चलते भुखमरी के कगार पर दुनिया, संयुक्त राष्ट्र ने जाहिर की चिंता
यूएन की चार एजेंसियों ने आगाह किया है कि बढ़ती भुखमरी के दूरगामी नतीजे होंगे। बड़ी संख्या में मौतें तो होंगी ही पीढि़यां तक तबाह हो जाएंगी।
बर्किना फासो, एजेंसी। कोरोना महामारी और तमाम प्रतिबंधों के चलते दुनिया में भुखमरी की स्थिति विकराल होती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के एक आकलन के मुताबिक हर महीने 10 हजार बच्चों की जान जा रही है। भुखमरी के पीछे कई कारण हैं। रोजगार सिमट गए हैं। अनाज बाजार तक नहीं पहुंच पा रहा है। गरीबी में जी रहे ग्रामीण खाद्यान्न के अलावा स्वास्थ्य सेवाओं से भी वंचित हैं। यूएन की चार एजेंसियों ने आगाह किया है कि बढ़ती भुखमरी के दूरगामी नतीजे होंगे। बड़ी संख्या में मौतें तो होंगी ही, पीढि़यां तक तबाह हो जाएंगी।
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में पोषण विभाग के निदेशक फ्रांसिस्को ब्रैंका का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते पैदा हुए खाद्यान्न संकट का समाज पर पड़ने वाला असर कई वर्षो तक बना रहेगा। कुपोषण के शिकार हो रहे बच्चे चिंता का विषय बने रहेंगे। खाद्यान्न की कमी से लैटिन अमेरिका और अफ्रीकी देशों के अलावा दक्षिण एशियाई क्षेत्र भी जूझ रहा है। हाल ही में खाद्य सुरक्षा से संबंधित यूएन की एक अन्य एजेंसी भी चिंता जता चुकी है कि कोरोना के चलते दुनिया में भुखमरी बढ़ेगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा जानलेवा कोरोना वायरस (कोविड-19) को वैश्विक महामारी घोषित किए हुए गुरुवार को पूरे छह माह हो जाएंगे। इस मौके पर डब्ल्यूएचओ ने इसके मौजूदा हालातों पर चर्चा के लिए अंतरराष्ट्रीय आपात समिति की बैठक बुलाई है। संगठन की तरफ से कहा गया है कि ये महामारी विश्व के समक्ष कोविड-19 अब तक की सबसे गम्भीर स्वास्थ्य आपदा के रूप में उभर कर सामने आई है और अनेक देशों में ये अब भी तेजी से फैल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक अब तक इसकी चपेट में पूरी दुनिया के करीब एक करोड़ 60 लाख से अधिक लोग आ चुके हैं जबकि इस महामारी से अब तक 6 लाख 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
आपको बता दें कि यूएन स्वास्थ्य एजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने 30 जनवारी को कोविड-19 को वैश्विक स्वास्थ्य आपदा घोषित किया था। उस वक्त चीन के बाहर इसके 100 से भी कम मामले सामने आए थे। जब इसको स्वास्थ्य आपदा घोषित किया गया था उस वक्त तक इसकी वजह से किसी की जान नहीं गई थी। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यह छठी बार है जब अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियामकों के तहत किसी बीमारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपदा घोषित की गया है। संगठन के प्रमुख ने कहा है कि महामारी का प्रसार अब भी बड़ी तेजी से हो रहा है। उनके मुताबिक बीते छह सप्ताह के अंदर ही कुल मामलों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है।