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दक्षिण कोरिया में कोरोना से बिगड़े हालात, चरमराई स्वास्थ्य सुविधाएं, संकट में सरकार

दक्षिण कोरिया में मंगलवार का दिन घातक साबित हुआ। अस्पतालों में बेड की कमी से कोरोना से संक्रमितों की लगातार मौत हो रही है। पिछले 24 घंटों में देश में 94 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है और अब तक सबसे ज्यादा 906 लोगों की हालत गंभीर है।

By Geetika SharmaEdited By: Published: Tue, 14 Dec 2021 01:21 PM (IST)Updated: Tue, 14 Dec 2021 04:22 PM (IST)
दक्षिण कोरिया में कोरोना से बिगड़े हालात, चरमराई स्वास्थ्य सुविधाएं, संकट में सरकार
दक्षिण कोरिया में कोरोना से बिगड़े हालात

सियोल, एजेंसी। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। दक्षिण कोरिया में मंगलवार का दिन सबसे घातक साबित हुआ। अस्पतालों में बेड की कमी के चलते कोरोना से संक्रमितों की लगातार मौत हो रही है। वहीं, दक्षिण कोरिया के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि देश में इलाज के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कहा कि सरकार के ढीले रवैये और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को सख्ती से लागू न करने के कारण हालात और भी बदतर हो सकते हैं।

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दक्षिण कोरिया में हालात हुए बदतर

कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में देश में 94 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है और अब तक के सबसे ज्यादा 906 लोगों की हालत काफी गंभीर है। साथ ही पिछले 24 घंटे में दक्षिण कोरिया में 5 हजार 5 सौ 67 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। एजेंसी ने बताया कि आमतौर पर हफ्ते की शुरुआत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या कम होती है, लेकिन हफ्ते के अंत में लोगों के कोरोना टेस्ट कम होने के कारण भी लोगों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले हफ्ते सरकार की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को सख्ती से लागू करने के बावजूद भी वायरस तेजी से लोगों में फैल रहा है।

स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी पार्क हयांग ने कहा कि घनी आबादी वाली राजधानी सियोल और आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं तेजी से खत्म होती जा रही हैं। इन क्षेत्रों में 86 प्रतिशत आईसीयू में पहले ही कोरोना से संक्रमित मरीज भर्ती हैं। इसके बावजूद 800 मरीज भर्ती होने के लिए इंतजार कर रहे हैं। केडीसीए ने बताया कि अस्पतालों में बेड न होने के चलते पिछले हफ्त कम से कम 17 मरीजों की मौत घर पर ही हो गई। अधिकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए और बेड लगाने की कोशिश कर रहे है। साथ ही प्रशासन को वैक्सीन के दूसरे और तीसरे शाट के बीच के समय को चार-पांच महीनों से कम करके 3 महीने करने और लोगों तक तेजी से बूस्टर शाट को पंहुचाने पर जोर दे रहे हैं।

81 प्रतिशत लोगों का हुआ पूरा वैक्सीनेशन  

मंगलवार तक 51 मिलियन की आबादी में 81 प्रतिशत से अधिक लोगों को वैक्सीन के सभी डोज लगाए गए हैं, लेकिन सिर्फ 13 प्रतिशत लोगों को बूस्टर डोज दिए गए हैं। पार्क ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अधिकारी इस सप्ताह संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने की संख्या के आधार पर प्रतिबंधों को और मजबूत करने का निर्णय ले सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि देश में पिछले हफ्ते एक दिन में लगभग 6000 कोरोना के नए मामले सामने आते रहे। साथ ही 3 दिन लगातार 7000 से अधिक कोरोना वायरस से संक्रमित नए लोगों के मामले सामने आए। जब सरकार ने नवंबर में कोरोना नियमों में ढील देने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को खत्म करके देश में सामान्य हालात बनाने की कोशिश की थी। उस वक्त से यह मामले 3 प्रतिशत यानि हर रोज 2 हजार मामले ज्यादा सामने आ रहे थे।


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