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तालिबान के हमलों लेकर चिंतित नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, अफगान सरकार की हर संभव मदद की जाएगी

नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि हम तालिबान के हमलों और हिंसा को लेकर चिंतित हैं। तालिबान को यह समझने की जरूरत है कि अगर वह देश को जबरदस्ती से जीतना चाहते हैं तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता नहीं दी जाएगी।

By Avinash RaiEdited By: Published: Sat, 14 Aug 2021 04:16 PM (IST)Updated: Sat, 14 Aug 2021 04:16 PM (IST)
तालिबान के हमलों लेकर चिंतित नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, अफगान सरकार की हर संभव मदद की जाएगी
नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग - तालिबान के हमले और हिंसा को लेकर चिंतित है

नई दिल्ली, एएनआइ/ एएफपी। अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते हमले और देश में बिगड़ती सुरक्षा को लेकर उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्यों ने शुक्रवार को ब्रसेल्स में बैठक की। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग और 30 राष्ट्रीय राजदूत ने बैठक में हिस्सा लिया। नाटो अफगानिस्तान की स्थिति पर लगातार विचार-विमर्श कर रहे हैं। अफगान में नाटो सुरक्षा स्थिति पर बेहद करीब से नजर रखे हुए है। साथ ही नाटो द्वारा अफगान अधिकारियों और बाकी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भी समन्वय जारी हैं।

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बैठक के दौरान नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि गठबंधन अफगानिस्तान में अपनी नागरिक राजनयिक उपस्थिति बनाए रखेगा क्योंकि यह तालिबान के हमले का सामना करने के लिए अफगान सरकार और सुरक्षा बलों का समर्थन करने की कोशिश करता है। नाटो के महासचिव ने कहा कि नाटो का उद्देश्य अफगान सरकार और सुरक्षा बलों को जहां तक संभव हो सके सहायता प्रदान करना है। जवानों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। नाटो काबुल में हमारी राजनयिक उपस्थिति बनाए रखेगा।

स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि हम तालिबान के हमलों और हिंसा को लेकर चिंतित हैं, जिसमें आम नागरिकों पर हमले, लक्षित हत्याएं और अन्य गंभीर मानवाधिकारों के हनन शामिल हैं। तालिबान को यह समझने की जरूरत है कि अगर वह देश को जबरदस्ती से जीतना चाहते हैं तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता नहीं दी जाएगी। हम संघर्ष के राजनीतिक समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अफगान सशस्त्र बलों की संख्या 3 लाख है जो तालिबान से लगभग चार से एक की संख्या में हैं, लेकिन वह विद्रोहियों के हमले को रोकने में असमर्थ रहे हैं। तालिबन ने पिछले 7 दिनों में कंधार समेत 19 प्रांतों पर अपना कब्जा जमा लिया है। हेरात प्रांत के गवर्नर रहे इस्‍माइल खान को पकड़ लिया गया है, इस्‍माइल खान के साथ अफगान के उपगृहमंत्री जनरल रहमान और पुलिस के कई आला अधिकारी इस वक्त तालिबान के कब्जे में हैं।


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