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ताइवान की सीमा में घुसने का चीनी लड़ाकू विमानों ने किया दुस्साहस, वायुसेना ने खदेड़ा

ताइवान की सीमा में चीनी लड़ाकू विमान फिर घुस गए। ताइवान की वायुसेना ने उनका पीछा करते हुए खदेड़ दिया। इस घटना के बाद ताइवान ने अपना मिसाइल सिस्टम भी एलर्ट कर दिया। शनिवार को भी इसके 11 लड़ाकू विमान उसके द्वीप के निकट पहुंचे।

By TaniskEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 02:27 PM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 02:27 PM (IST)
ताइवान की सीमा में घुसने का चीनी लड़ाकू विमानों ने किया दुस्साहस, वायुसेना ने खदेड़ा
ताइवान की सीमा में घुसे चीनी विमान खदेड़े गए। (फोटो- रायटर)

ताइपे, रायटर। ताइवान की सीमा में चीनी लड़ाकू विमान फिर घुस गए, ताइवान की वायुसेना ने उनका पीछा करते हुए खदेड़ दिया। इस घटना के बाद ताइवान ने अपना मिसाइल सिस्टम भी एलर्ट कर दिया। इस बार युद्धाभ्यास करते हुए चीन के एक दर्जन लड़ाकू विमानों ने ताइवान की सीमा में घुसने का दुस्साहस किया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार चीन लगातार इस तरह के प्रयास कर रहा है। शनिवार को भी इसके 11 लड़ाकू विमान उसके द्वीप के निकट पहुंचे। इनमें से आठ जेट लड़ाकू विमान और दो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एच-6 बमवर्षक विमान और एक पनडुब्बी रोधी विमान था। इस अभ्यास में चीनी नौसेना भी सक्रिय थी।

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ताइवान की नौसेना ने चीनी विमानों को क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी देते हुए अपनी मिसाइल सिस्टम को सक्रिय कर दिया। चीन ने अपने दो दिनों की गतिविधियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वह अक्सर ही इस तरह की हरकत करता है। वह पहले से ही यह आरोप लगाता रहा है कि यह सब ताइवान और अमेरिका की साठगांठ से चल रहा है। वह यहां पर अपना अधिकार जताता रहा है और इस क्षेत्र पर बल पूर्वक कब्जे की धमकी भी दे चुका है। अमेरिका ने चीन को सलाह दी है कि वह ताइवान में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार के काम में दखल न दे।

चीनी विमान ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी कॉर्नर में लगभग रोज उड़ान भरते हैं। हालांकि, इससे पहले इतनी भारी संख्या में विमान 24 जनवरी को दिखाई दिए थे। इस दौरान 12 चीनी लड़ाकू विमान ताइवान के बॉर्डर पर पहुंचे थे। ताइवान ने शुक्रवार को एक नए, अमेरिकी-प्रशिक्षित रक्षा मंत्री की नियुक्ति सहित वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के फेरबदल के बारे में जानकारी दी। उसने यह फैसला  चीन से बढ़ते खतरे के मद्देनजर सैन्य आधुनिकीकरण और खुफिया प्रयासों में मदद के लिए लिया है।


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