ब्लास्ट के बाद हरकत में आई जकार्ता पुलिस, स्मारक के आसपास की सड़कों पर लगाए बैरिकेड
सेंट्रल जकार्ता स्थित राष्ट्रपति भवन के करीब राष्ट्रीय स्मारक परिसर में हुए ब्लास्ट के तुरंत बाद यहां की पुलिस सक्रिय हो गई और कार्रवाई शुरू कर दी है।
जकार्ता, एजेंसी। जकार्ता मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने फिलहाल राष्ट्रीय स्मारक मोनास स्कवायर के आसपास के मार्गों को बंद कर दिया है। मंगलवार सुबह स्मारक के परिसर में हुए विस्फोट के बाद यह कार्रवाई की गई है। जकार्ता पुलिस के ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह 8.37 बजे से मेदान मर्डेका तिमुर और मेदान मर्डेका उतारा में यातायात पर रोक लगाई गई।
पुलिस ने लगाए बैरिकेड्स
जांच में मदद के लिए इन रास्तों को बंद कराया गया है। पुलिस ने यहां बैरिकेड्स लगाए हैं। सेंट्रल जकार्ता मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने मामले की जांच के लिए मौके पर ब्लास्ट के तुरंत बाद जांचकर्ताओं की टीम को नियुक्त कर दिया।
ब्लास्ट के बाद हड़कंप
सेंट्रल जकार्ता स्थित राष्ट्रपति भवन के पास आज सुबह ग्रेनेड ब्लास्ट होने के बाद हड़कंप मच गया। हमले के वक्त राष्ट्रपति जोको विदोदो वहां नहीं थे। यह जानकारी वहां के प्रवक्ता ने दी। जकार्ता मिलिट्री चीफ एको मारगियोनो ने बताया, ‘इस ब्लास्ट में सेना के दो जवान घायल हो गए हैं। दोनों जवान उस वक्त पार्क में व्यायाम कर रहे थे।'
पिछले कुछ सालों से अातंकवाद पसार रहा पैर
बता दें कि दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में हाल के वर्षों में आतंकवाद ने दोबारा पैर पसारना शुरू किया है। उत्तरी सुमात्रा में 13 नवंबर को मेदान सिटी पुलिस मुख्यालय में ब्लास्ट हुआ था जिसमें आत्मघाती हमलावर मारा गया और 6 अन्य घायल हो गए थे।
पूर्व रक्षा मंत्री पर भी हुआ था हमला
पिछले माह यूनिवर्सिटी के एक 24 वर्षीय छात्र ने आत्मदाह कर लिया था, इस घटना में 6 लोग जख्मी हो गए थे। अक्टूबर में एक संदिग्ध इस्लामी शख्स ने पूर्व रक्षा मंत्री विरांतो को यूनिवर्सिटी बिल्डिंग के ओपनिंग सेरेमनी के दौरान घायल कर दिया था। उल्लेखनीय है कि देश भर में सिलसिलेवार हमलों के जिम्मेवार इस्लामिक स्टेट से प्रेरित जमाह अंशारुत दौला (JAD) ने यह हमला करवाया था।