जानें- विश्व स्वास्थ्य संगठन को क्यों चाहिए दो अरब 34 करोड़ डालर की रकम, जिसको लेकर की अपील
विश्व स्वास्थ्य संगठन विश्व में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए असमान वितरण की बात करता रहा है। लेकिन अब उसको इस टीकाकरण के लिए 2 अरब डालर से अधिक की रकम की दरकार है। इसको लेकर गुहार भी लगाई गई है।
जिनेवा (यूएन)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि उसे विश्व को कोरोना महामारी से बचाने के अभियान के लिए 2 अरब 34 करोड़ डालर की दरकार है। संगठन की तरफ से इस रकम का प्रबंध किए जाने की गुहार लगाई है। संगठन का कहना है कि इससे वैक्सीन की आपूर्ति, टेस्ट और जांच तथा मरीजों को उपचार उपलब्ध करवाया जा सकेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से इस बाबत एक नई रणनीति की घोषणा की गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डाक्टर टैड्रॉस ऐडहेनाम घेबरेयेसस का कहना है कि एसीटी ऐक्सैलेरेटर कार्यक्रम ने अपनी वैक्सीन उपलब्धता पहल कोवैक्स के जरिये अभी तक 144 देशों में, साढ़े 42 करोड़ से ज्यादा खुराकें उपलब्ध करवाई हैं। संगठन के प्रमुख ने ये भी कहा है कि इस दौरान विश्व के विभिन्न देशों में 13 1 करोड़ टेस्ट किट और आक्सीजन आपूर्ति को बढ़ाया गया। साथ ही पीपीई और उपचार किट भी मुहैया कराई गई हैं।
बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के मामलों में पिछले कुछ समय से एक बार फिर से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। रूस, ब्रिटेन अमेरिका और चीन समेत कई देशों में मामले बढ़ रहे हैं। यूएन स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि इस महामारी को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे वर्ल्ड प्रोग्राम – एसीटी ऐक्सैलेरेटर, जिसे अप्रैल 2020 में प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ मिलकर शुरू किया गया था, दुनिया भर में संभावित 50 लाख मौतों और लगभग 5.3 ट्रिलियन डालर के बराबर वैश्विक आर्थिक नुकसान को रोकने के लिये जरूरी है।
संगठन की तरफ से ये भी कहा गया है कि इसके जरिए ऐसे देशों की मदद की जाएगी जो सबसे अधिक जोखिम का सामना कर रहे हैं। संगठन ने सितंबर 2022 तक महामारी के खात्मे के लिए उपकरण और संसाधन तैनात करने की भी बात कही है। बता दें कि कोरोना महामारी को 20 माह हो रहे हैं। इसके बाद भी विश्व इससे जूझ ही रहा है।