Move to Jagran APP

लेबनान में खाते से पैसा लेने के लिए बैंक कर्मियों को सात घंटे तक बनाया बंधक, नकदी की कमी के चलते निकासी पर प्रतिबंध

लेबनान के बेरूत में एक बंदूकधारी गुरुवार को बैंक में घुस गया और बैंक कर्मचारियों को बंधक बना लिया। उसने कहा कि बैंक में फंसी उसके बचत खाते की राशि उसे वापस दी जाए ताकि वह अपने पिता का इलाज करवा सके।

By Amit SinghEdited By: Published: Fri, 12 Aug 2022 05:32 AM (IST)Updated: Fri, 12 Aug 2022 05:32 AM (IST)
लेबनान में खाते से पैसा लेने के लिए बैंक कर्मियों को सात घंटे तक बनाया बंधक, नकदी की कमी के चलते निकासी पर प्रतिबंध
युवक ने भुगतान होने के बाद किया आत्मसमर्पण

बेरूत, एजेंसियां: लेबनान के बेरूत में एक बंदूकधारी गुरुवार को बैंक में घुस गया और बैंक कर्मचारियों को बंधक बना लिया। उसने कहा कि बैंक में फंसी उसके बचत खाते की राशि उसे वापस दी जाए ताकि वह अपने पिता का इलाज करवा सके। धमकी दी कि अगर उसे राशि नहीं दी गई तो वह खुद को आग लगा लेगा। उसने सात घंटे तक कर्मचारियों को बंधक बनाया।

loksabha election banner

बैंक में की फायरिंग

बचत खाते से कुछ राशि का भुगतान करने पर अधिकारियों के सहमत होने के बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया। इस घटनाक्रम में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अधिकारी ने कहा कि इस व्यक्ति की पहचान 42 वर्षीय बासम अल-शेख हुसैन के रूप में हुई है। वह बेरूत के हमरा जिले में फेडरल बैंक की एक शाखा में पेट्रोल का कंटेनर लेकर गया था। उसने वहां बैंक कर्मियों को बंधक बनाया। तीन बार फायरिंग भी की।

बैंकों से विदेशी मुद्रा की निकासी पर भी कड़े प्रतिबंध

बैंक कर्मचारी सिंडिकेट के प्रमुख जार्ज अल-हज ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बासम ने दो ग्राहकों के साथ सात या आठ बैंक कर्मचारियों को बंधक बना लिया था। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बैंक में उसके लगभग दो लाख अमेरिकी डालर फंसे हुए हैं। एक स्थानीय बैंकिंग संघ के प्रमुख ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बैंक के अधिकारी उस व्यक्ति को लगभग 30 हजार डालर देने पर सहमत हुए हैं। इसके बाद उसने बंधकों को रिहा कर दिया। उसने आत्मसमर्पण कर दिया। दरअसल लेबनान में 2019 से नकदी की कमी है। बैंकों से विदेशी मुद्रा की निकासी पर भी कड़े प्रतिबंध हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.