विकास के कुलांचे भर पाक से आगे निकला बांग्लादेश, 'विजय दिवस' आज मनाएगा बांग्लादेश
बांग्लादेश की प्रतिव्यक्ति आय में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले कुछ वर्षो से इसकी सालाना विकास दर पाकिस्तान के 8.6 के मुकाबले 12.9 फीसद रही है।
ढाका, प्रेट्र। बांग्लादेश ने अपनी आजादी के बाद के वर्षो में विकास के कुलांचे भर पाकिस्तान की आशंकाओं को निर्मूल साबित कर दिया है। वर्ष 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति के समय पड़ोसी पाकिस्तान ने आशंका जताई थी कि वह लंबे समय तक आजाद देश नहीं रह पाएगा। बांग्लादेश के 'विजय दिवस' की पूर्व संध्या रविवार को एक वरिष्ठ मंत्री ने यह दावा किया कि उनका देश मानव विकास, सामाजिक व आर्थिक सूचकांक के मामले में काफी आगे निकल चुका है।
बांग्लादेश रेडिमेड गार्मेट में दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक
विदेश मंत्रालय के 'विजिट बांग्लादेश' कार्यक्रम के तहत भारत, नेपाल, मालदीव, ब्रिटेन, पुर्तगाल व जर्मनी आदि के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए सूचना मंत्री हसन महमूद ने कहा, 'सामाजिक और मानव विकास सूचकांक के मामले में हमारा देश पड़ोसी पाकिस्तान समेत अन्य से आगे निकल चुका है। हम रेडिमेड गार्मेट के मामले में दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक हैं।
बांग्लादेश 2041 तक विकसित देश बन जाएगा
शेख हसीना सरकार प्रेस की आजादी और बहुलवादी समाज में विश्वास रखती हैं। बांग्लादेश सरकार आलोचना का स्वागत करती है और ऐसा करने वाले पत्रकारों को सम्मानित भी करती है। इससे हमें समस्या के समाधान की दिशा में काम करने में मदद मिलती है।' उन्होंने फेक न्यूज व जलवायु परिवर्तन आदि को वैश्विक चुनौती बताते हुए दावा किया कि वर्ष 2021 तक बांग्लादेश मध्यम आय वर्ग वाला व वर्ष 2041 तक विकसित देश बन जाएगा।
पाक से युद्ध 16 दिसंबर को बांग्लादेश की आजादी के साथ संपन्न हुआ था
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान से बांग्लादेश की मुक्ति के लिए 25 मार्च 1971 को बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के नेतृत्व में युद्ध शुरू हुआ था, जिसका समापन 16 दिसंबर को उसकी आजादी के साथ हुआ।
कौन कितने पानी में
बांग्लादेश पाकिस्तान
राजधानी: ढाका इस्लामाबाद
जनसंख्या: 16 करोड़ 20 करोड़
क्षेत्रफल (वर्ग किमी): 147630 796100
मुद्रा: टका पाकिस्तानी रुपया
सालाना जीडीपी (लाख डॉलर): 28,84,240 3,14,588
प्रति व्यक्ति जीडीपी (लाख डॉलर) : 1,788 1,565
ऋण (लाख डॉलर) : 91,524 2,25,435
ऋण (जीडीपी का फीसद): 33.99 71.69
प्रति व्यक्ति कर्ज (डॉलर): 567 1122
व्यय (दस लाख डॉलर): 38,512.0 68,020.1
शिक्षा पर खर्च (दस लाख डॉलर): 3,618.1 8,407.5
शिक्षा पर व्यय (बजट का फीसद)
11.42 13.85
रक्षा खर्च (दस लाख डॉलर): 3,936.7 12,664.5
रक्षा खर्च (बजट का फीसद)
10.16 18.51
निर्यात (दस लाख डॉलर): 35,850.0 21,724
निर्यात (जीडीपी का फीसद): 13.68 7.13
आयात (दस लाख डॉलर): 5,2836.3 5,7746
आयात (जीडीपी का फीसद) 20.16 18.96
वैश्विक शांति सूचकांक में स्थान: 101 153
जन्मदर (सालाना 1000 पर जन्मदर): 18.61 फीसद 27.70 फीसद
मानव विकास सूचकांक वैल्यू : 0.608 0.562
जीवन प्रत्याशा (साल में): 72.81 66.63
प्रतिव्यक्ति आय में तेज इजाफा
दक्षिण एशिया में पिछले चार दशक के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था औसतन 8.7 फीसद की दर से बढ़ रही थी। वहीं बांग्लादेश की सालाना जीडीपी वृद्धि दर 7.6 और पाकिस्तान की 6.7 फीसद थी। पिछले कुछ वर्षो से इसकी सालाना विकास दर पाकिस्तान के 8.6 के मुकाबले 12.9 फीसद रही है। नतीजतन, यहां लोगों की प्रतिव्यक्ति आय में तेजी से इजाफा हो रहा है। वर्ष 2016 में यह आय 1,355 डॉलर थी जो पिछले तीन वर्षो में 40 फीसद इजाफे को दिखाती है। इस दौरान पाकिस्तान में प्रतिव्यक्ति आय सिर्फ 21 फीसद बढ़ी।