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रोहिंग्या पुनर्वास योजना को रद कर सकता है बांग्लादेश, बंगाल की खाड़ी में भेजने की तैयारी

बांग्लादेश एक लाख रोहिंग्या शरणार्थियों को बंगाल की खाड़ी में स्थित एक निर्जन द्वीप पर बसाने की अपनी योजना को रद कर सकता है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 07:03 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 07:03 PM (IST)
रोहिंग्या पुनर्वास योजना को रद कर सकता है बांग्लादेश, बंगाल की खाड़ी में भेजने की तैयारी
रोहिंग्या पुनर्वास योजना को रद कर सकता है बांग्लादेश, बंगाल की खाड़ी में भेजने की तैयारी

ढाका, आइएएनएस। बांग्लादेश एक लाख रोहिंग्या शरणार्थियों को बंगाल की खाड़ी में स्थित एक निर्जन द्वीप (भाषण चार) पर बसाने की अपनी योजना को रद कर सकता है। यह जानकारी विदेश मंत्री अबुल कलाम अब्दुल मोमिन ने रविवार को दी। मोमेन ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य शरणार्थियों को उनके देश भेजना है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने रोहिंग्या शरणार्थियों को धार्मिक रूप से सबसे अधिक प्रताडि़त आबादी के रूप में चिह्नित किया है।

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बांग्लादेश में चीन के राजदूत ली जिमिंग के साथ बैठक के बाद मोमिन ने भाषण चार द्वीप पर चल रही विकास परियोजनाओं की सराहना की। साथ ही उसे एक बिजनेस हब के तौर पर विकसित करने की बात कही। मोमिन ने कहा कि नदी के कटाव और अन्य कारणों के चलते यहां रहने वाले बांग्लादेशी नागरिक बेघर हो गए हैं।

दरअसल, भाषण चार द्वीप एक निर्जन द्वीप है। 2018 में बांग्लादेश ने इस द्वीप पर एक लाख रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाने का एलान किया था। हालांकि जब बाद में आंकलन किया गया तो यहां की स्थितियां लोगों के रहने के लिहाज से बहुत अच्छी नहीं पाई गई। विदेश मंत्री ने कहा कि द्वीप पर रहने की स्थितियों में सुधार के लिए परियोजनाएं शुरू की गई हैं। ऐसे में हम सभी लोग इस बात से सहमत हैं कि रोहिंग्या शरणार्थियों को वहां नहीं भेजा जाना चाहिए। इस द्वीप का 15,000 एकड़ का इलाका 'लो टाइड' से प्रभावित है जबकि दस हजार एकड़ की जमीन 'हाई टाइड' में आती है।


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