फ्रांस के चर्च पर हमले में एक और गिरफ्तारी, ट्यूनीशियाई हमलावर से मुलाकात करने का है संदेह
चर्च पर हमले के बाद फ्रांसीसी गृह मंत्री गेराल्ड डारमानिन ने कहा था कि देश में और आतंकी हमले हो सकते हैं। इसको देखते हुए पूरे देश में खासकर चर्चो और स्कूलों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
पेरिस, रायटर। फ्रांस के नीस शहर के चर्च में हुए आतंकी हमले के मामले में एक और गिरफ्तारी की गई है। एक व्यक्ति को हमलावर से मिलने के संदेह में हिरासत में लिया गया है। ट्यूनीशिया के रहने वाले 21 साल के हमलावर ने गुरुवार सुबह अल्लाहु अकबर के नारे लगाते हुए चाकू से एक महिला का सिर कलम करने के साथ दो और लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसे दबोच लिया था।
चर्च पर हमले के बाद फ्रांसीसी गृह मंत्री गेराल्ड डारमानिन ने कहा था कि देश में और आतंकी हमले हो सकते हैं। इसको देखते हुए पूरे देश में खासकर चर्चो और स्कूलों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। उन्होंने कहा कि फ्रांस ने इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान कर दिया है।
नीस शहर का रहने वाला है व्यक्ति
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि 35 साल के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। वह नीस शहर का रहने वाला है। यह संदेह है कि उसने हमले से एक दिन पहले ट्यूनीशियाई हमलावर से मुलाकात की थी। इससे पहले हमलावर से संपर्क करने के संदेह में 47 साल के एक व्यक्ति को पकड़ा गया था।
फ्रांस के आतंक रोधी अभियोजक जीन-फ्रेंकोइस रिचर्ड ने बताया था कि हमलावर गत 20 सितंबर को लैम्पेदुसा द्वीप के जरिये इटली में दाखिल हुआ था। इसके बाद वह नौ अक्टूबर को पेरिस पहुंचा था। उसके पास दो मजहबी किताबें और दो मोबाइल फोन थे। वह हमले को अंजाम देने के लिए तीन चाकू के साथ चर्च पहुंचा था। वह करीब 30 मिनट तक चर्च में था।
इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान
फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डारमानिन ने कहा कि फ्रांस ने इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान कर दिया है। इससे देश में और आतंकी हमले होने की आशंका है। इस लड़ाई में हम घरेलू और बाहरी दुश्मनों से एक साथ लड़ रहे हैं।