चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के निशाने पर हांगकांग के अमीर शिंग, आंदोलनकारी छात्रों को करी थी मदद
कई तरह के कारोबार करने वाले शिंग ने एक तिहाई संपत्ति शिक्षा शोध कार्य और लोगों की सुविधाओं के लिए दान की करने की घोषणा कर रखी है।
हांगकांग, रायटर। हांगकांग के सबसे धनी व्यक्ति 91 वर्षीय ली का शिंग विवाद में फंस गए हैं। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने उन पर लोकतंत्र की मांग वाले आंदोलन के समर्थन का आरोप लगाया है। कहा है कि शिंग ने अपराधियों को संरक्षण दिया।
जबकि हांगकांग के ही एक ट्रेड यूनियन नेता ने शिंग को कॉकरोचों का राजा तक कहा। 30 अरब डॉलर (दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) की संपत्ति वाले शिंग की हांगकांग में हमेशा से अलग पहचान रही है।
आंदोलनकारी छात्रों की मदद
कई तरह के कारोबार करने वाले शिंग ने एक तिहाई संपत्ति शिक्षा, शोध कार्य और लोगों की सुविधाओं के लिए दान की करने की घोषणा कर रखी है। इसी के तहत वह कई क्षेत्रों में सेवा कार्य करते रहते हैं। माना जा रहा है कि हाल के दिनों में मुश्किल में फंसे कई आंदोलनकारी छात्रों की उन्होंने मदद की, इसलिए वह चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के निशाने पर आ गए।
हांगकांग के 1997 में चीन के कब्जे में आने के बाद ज्यादातर कारोबारियों ने चीन की नीतियों का अनुसरण करना शुरू कर दिया और उसका लाभ भी लेने लगे। लेकिन शिंग ने हमेशा खुद को अलग रखा। वह लोकतंत्र और प्रगतिवादी व्यवस्था के पक्षधर है।