Move to Jagran APP

India and Afghanistan relation: तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच राष्‍ट्रपति गनी ने पाक को सुनाया खरी-खरी, PM मोदी को जमकर सराहा

अफगानिस्‍तान में तालिबान के बढ़ते प्रभुत्‍व के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारत को अपने देश के विकास में सच्चा भागीदार और मित्र बताया है। एक दिन पूर्व ही उन्होंने पाकिस्तान तालिबान संबंधों को लेकर पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को खूब सुनाया था।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 09:08 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 11:34 PM (IST)
India and Afghanistan relation: तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच राष्‍ट्रपति गनी ने पाक को सुनाया खरी-खरी, PM मोदी को जमकर सराहा
तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच राष्‍ट्रपति गनी ने PM मोदी की जमकर सराहा। फाइल फोटो।

काबुल, एजेंसी। अफगानिस्‍तान में तालिबान के बढ़ते प्रभुत्‍व के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारत को अपने देश के विकास में सच्चा भागीदार और मित्र बताया है। गनी का यह बयान ऐसे समय आया है जब, एक दिन पूर्व ही उन्होंने पाक तालिबान संबंधों को लेकर पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को खूब सुनाया था। राष्ट्रपति गनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि अफगान सुरक्षा बलों ने तालिबान को आगे बढ़ने से रोक दिया है। उन्‍होंने भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत को लेकर भी दुख जाहिर किया है।

loksabha election banner

अफगान सुरक्षाबलों ने रोके तालिबान के कदम

द हिंदू को दिए गए साक्षात्‍कार में राष्‍ट्रपति गनी ने कहा कि अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों ने तालिबान आतंकवादियों को कस्बों और सीमा चौकियों पर आगे बढ़ने से रोक दिया है। उन्होंने यह स्‍वीकार किया कि तालिबान ने हाल के दिनों में अफगानिस्तान के कई अहम ठिकानों पर कब्जा कर लिया है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि वह पाकिस्तान और तालिबान दोनों के साथ बातचीत के दरवाजे खुले रखेंगे। 

भारत से सैन्‍य सहयोग के लिए किया इन्‍कार

राष्ट्रपति गनी ने तालिबान के बढ़ते हमलों को रोकने के लिए भारत से किसी तरह के सैन्य सहायता के लिए इनकार किया। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान के विकास में सच्चा भागीदार और दोस्‍त है। उन्‍होंने जोर देकर कहा है कि देश में तालिबान को परास्‍त करना हमारा लक्ष्‍य है। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट किया कि अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय गठबंधन या सेना के इस्तेमाल का समय अब खत्म हो चुका है। इस सवाल पर इस समय भारत से आपको क्‍या उम्‍मीद है। क्या अफगानिस्तान ने किसी प्रकार का सैन्य समर्थन मांगा है। इस पर राष्‍ट्रपति गनी ने कहा कि अभी नहीं। उन्‍होंने कहा कि अफगानिस्‍तान के विकास में भारत का उल्लेखनीय योगदान रहा है। उन्‍होंने कहा कि हमारे मोदी के साथ बेहद मधुर संबंध है। वह काफी बुद्धिमान हैं। भारत एक सच्चा साथी है।

मोदी और भारत की जमकर तारीफ की

राष्‍ट्रपति ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि यह वह देश है, जिसके साथ हमारा व्यापार संतुलन और सकारात्मक है। भारत सलमा बांध और संसद भवन का निर्माण कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि शाहतूत बांध और ट्रांसमिशन लाइन को बनाने का काम भी जारी है। भारत फलफूल रहा है। हम उस विशाल बदलाव में भागीदार बनना चाहते हैं जो भारत चौथी औद्योगिक क्रांति के नेतृत्व के मामले में देख रहा है।

तालिबान के साथ समझौते के इच्‍छुक है गनी

अफगानी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य अफगानिस्तान में एक राजनीतिक करार करना है, जिससे लंबे समय तक देश में शांति बनी रहे। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह अल्जीरिया, इराक, सीरिया, लेबनान और यमन जैसे देशों के भाग्य से बचना चाहते हैं, जहां आज भी संघर्ष जारी है। इस सवाल पर कि क्‍या ब्रिटेन अफगानिस्तान में सत्ता में आने पर तालिबान से बातचीत करने को तैयार है। इस पर अशरफ गनी ने कहा कि नहीं, मैं नहीं मानता। उनके साथ हमारे संबंध हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.