जर्मनी: बर्लिन में सांसत के 24 घंटे, द्वितीय विश्व युद्ध के 250 किलोग्राम के बम से अटक गई सांसे
द्वितीय विश्व युद्ध के समय एक 250 किलोग्राम बम पर अफसरों की नजर पड़ी। अफसरों ने पाया कि जिंदा बम रिहायसी इलाके में पड़ा है।
बर्लिन, एजेंसी। उत्तरी जर्मनी के हैनोवर में उस समय हड़कंप मच गया, जब सोमवार को लोगों ने सुना कि यहां द्वितीय विश्व युद्ध का एक विशाल बम पड़ा हुआ है। प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर 15,000 से अधिक लोगों को घर खाली करने का आदेश दिया। 24 घंटे लोगों की सांसें अटकी रही। बम निरोधक दस्ते में जब बम को डिफ्यूज करने की सूचना दी तो लोगों ने राहत की सांस ली।
दरअसल, द्वितीय विश्व युद्ध के समय एक 250 किलोग्राम बम पर अफसरों की नजर पड़ी। अफसरों ने पाया कि जिंदा बम रिहायसी इलाके में पड़ा है। बम देखते ही अफसरों के हाथ पैर फूल गए। आनन फानन में इलाके को खाली कराने का आदेश दिया गया। सेना को भी सतर्क कर दिया गया। कड़ी मशक्कत के बाद बम को डिफ्यूज करने में सफलता नहीं है।
हैनोवर में द्वितीय विश्व युद्ध के बमों को मिलना आम बात है। यहां करीब पांच लाख लोग रहते हैं। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान यहां के दर्जनों शहरों को निशाना बनाया गया था। जून में बर्लिन के लोकप्रिय अलेक्जेंडरप्लाट्ज स्क्वायर के पास इस तरह के एक बम को सुरक्षित निकाला गया था।