फ्रांस के मिलिट्री बेस पर अलकायदा के आतंकियों ने रॉकेटों से बोला हमला, सैन्य कैंपों में लगी आग
अलकायदा से जुड़े इस्लामी लड़ाकों ने सोमवार को उत्तरी माली के तीन सैन्य ठिकानों पर हमला बोला। ये सैन्य ठिकाने किडल मेनका और गाओ में मौजूद हैं। इस हमले को अंतरराष्ट्रीय बलों पर पलटवार माना जा रहा है।
बमाको, रॉयटर। अलकायदा (Al Qaeda) से जुड़े इस्लामी लड़ाकों ने सोमवार को उत्तरी माली के किडल (Kidal), मेनका (Menaka) और गाओ (Gao) में फ्रांसीसी सैन्य ठिकानों पर रॉकेटों से हमला बोला। इस हमले को अंतरराष्ट्रीय बलों पर पलटवार माना जा रहा है। इन हमलों के चलते सैन्य कैंपों में आग लग गई। हालांकि किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। इस इलाके में 5,100 जवान आतंकियों से मुकाबला करने को फैले हुए हैं।
अलकायदा से संबद्ध संगठन अल थबात ने अपने बयान में कहा कि फ्रांस के सैन्य ठिकानों पर यह हमला इस्लाम और मुस्लिमों के समर्थन किया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि फ्रांसीसी सेना के सैन्य ठिकाने पर सुबह करीब साढ़े पांच बजे कई रॉकेटों द्वारा ताबड़तोड़ हमला बोला गया। हमले के बाद सैन्य ठिकानों से धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। हालांकि अभी हमले को लेकर विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।
बीते दिनों फ्रांस की सेना ने माली में अलकायदा के उत्तरी अफ्रीका विंग के सैन्य नेता बाह अग मूसा को मार गिराया है। फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने बताया था कि सेना ने आतंकी बाह अग मूसा (Bah ag Moussa) को का काम तमाम कर दिया जिसको मालियान और अंतर्राष्ट्रीय बलों पर कई हमले करने का जिम्मेदार माना जाता है। फ्रांस साहेल क्षेत्र में आतंकवाद से निपटने के लिए साल 2014 से ही विशेष सैन्य ऑपरेशन चला रखा है।
हाल ही में फ्रांस की सेना ने माली में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करके अलकायदा के करीब 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था। माना जाता है कि आतंकी सेना के ठिकानों पर हमला करने वाले थे। फ्रांस की रक्षा मंत्री की ओर से बताया गया कि बुर्कीना फासो और नाइजर की सीमा के पास फ्रांसीसी ड्रोन को मोटरसाइकिलों का एक काफिला नजर आया था जिस पर दो मिराज विमानों से मिसाइलें दागी गईं।