पुलवामा आतंकी हमले के बाद अफगान सरकार ने पाक को दिखाया आइना, जाने- क्या कहा
फगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी राजदूत को तलब कर दो टूक कहा है कि अगर पाकिस्तान हिंसा का सहारा लेता है तो अफगान शांति वार्ता प्रभावित हो सकती है।
काबुल [ एजेंसी ]। पुलवामा आतंकी हमले के बाद अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी राजदूत को तलब कर दो टूक कहा है कि अगर पाकिस्तान हिंसा का सहारा लेता है तो अफगान शांति वार्ता प्रभावित हो सकती है।
पाकिस्तानी राजदूत ज़ाहिद नसरुल्लाह के साथ बैठक के बाद जारी एक बयान में अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा कि आतंकी हमला और शांति प्रक्रिया दोनों पाकिस्तान की प्रतिबद्धताओं के साथ विरोधाभास है। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस्लामाबाद ने अपनी धरती पर सक्रिय आतंकवादियों को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। उधर, पाकिस्तान अधिकारियों ने हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। बता दें कि पाक राजदूत नसरुल्ला ने मंगलवार को कहा था कि इस हमले के जवाब में भारत द्वारा किया गया कोई भी हमला इस पूरे क्षेत्र की स्थिरता को प्रभावित करेगा।
उनके इस बयान के बाद अमेरिकी दूतों का कहना है कि क्षेत्र में अफगान में शांति प्रयासों के मद्देनजर पाकिस्तान की अहम भूमिका को देखते हुए यह जरूरी है कि पाक की कार्रवाई से तालिबान को एक संदेश मिले। वहीं, अफगान के एक पूर्व उप रक्षा मंत्री ने कहा कि नसरुल्लाह की टिप्पणी स्थानीय सरकारी अधिकारियों को गुस्सा दिलाने वाली है। लंबे समय से गृहयुद्ध में फंसे अफगान के लिए पाकिस्तान का यह कदम सही संदेश नहीं देगा। खासतौर पर तब जब तालिबान ने अफगान सरकार को अमेरिकी सरकार का पपेट कहकर शांति वार्ता में शामिल हाेने से इंकार कर दिया है। अफगान सरकार ने पाकिस्तान से अपनी प्रतिबद्धताओं पर कार्रवाई करने का आह्वान किया है।