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अफगानिस्तान में संघर्ष विराम खत्‍म, शांति वार्ता को फिर से शुरू किए जाने की अपील

अफगानिस्‍तान में तीन दिवसीय संघर्ष विराम (Afghan cease fire) रविवार को खत्‍म हो गया। हालांकि इन तीन दिन में भी हमले हुए। इन हमलों में से कुछ की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आइएस यानी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 04:46 PM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 05:08 PM (IST)
अफगानिस्तान में संघर्ष विराम खत्‍म, शांति वार्ता को फिर से शुरू किए जाने की अपील
अफगानिस्‍तान में तीन दिवसीय संघर्ष विराम रविवार को खत्‍म हो गया।

काबुल, एपी। अफगानिस्तान में एकबार फि‍र हिंसा का दौर शुरू हो सकता है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्‍तान में तीन दिवसीय संघर्ष विराम रविवार को खत्‍म हो गया। हालांकि इन तीन दिन में भी हमले हुए। इन हमलों में से कुछ की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आइएस यानी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली है। इस बीच अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता फिर से शुरू किए जाने की अपीलें हो हैं।

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तालिबान के राजनीतिक प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने बताया कि अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच कतर में शनिवार को बैठक हुई। इस बेहद छोटी बैठक में युद्ध खत्‍म करने का रास्ता खोजने की प्रतिबद्धता दोहराई गई। साथ ही बाधित हुई शांति वार्ताओं को फिर से शुरू करने की अपील की गई। अफगानिस्तान में 20 साल बाद अमेरिका और नाटो सैनिकों की वापसी शुरू होने के बीच आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है।  

मालूम हो कि तालिबान और अफगानिस्तान सरकार ने ईद-उल-फितर को देखते हुए तीन दिन के संघर्षविराम की घोषणा की थी। हालांकि असलियत यह है कि इस दौरान भी देश में हिंसा जारी रही। अफगानिस्तान के उत्तरी काबुल में गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के वक्‍त एक मस्जिद में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 15 लोग जख्‍मी हो गए। इतना ही नहीं मस्जिद के इमाम मुफ्ती नईमन की भी हमले में मौत हो गई। 

अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। आतंकी संगठन आइएस यानी इस्लामिक स्टेट समूह ने इससे पहले कई बिजली घरों को निशाना बनाकर हमले किए थे जिसकी जिम्मेदारी उसने ली। हमलों के कारण काबुल समेत नौ प्रांतों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। वहीं अमेरिका अफगानिस्तान और तालिबान के बीच फिर से शांति वार्ता शुरू करने पर जोर दे रहा है। 


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