Move to Jagran APP

फिनलैंड की सना मारिन बनीं दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री, जानिए- उनके बारे में कुछ खास बातें

34 वर्षीय मारिन दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गईं हैं। इसके पूर्व यह खिताब यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्‍सी होन्‍चेरुक के नाम था।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 10:11 AM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 09:16 AM (IST)
फिनलैंड की सना मारिन बनीं दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री, जानिए- उनके बारे में कुछ खास बातें
फिनलैंड की सना मारिन बनीं दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री, जानिए- उनके बारे में कुछ खास बातें

नई दिल्‍ली, जागरण स्‍पेशल। सिर्फ 34 साल की उम्र में प्रधानमंत्री! जी हां, सना मारिन फिनलैंड की नई प्रधानमंत्री बनी हैं और वह सिर्फ 34 साल की हैं। वह देश के राजनीतिक इतिहास में सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। बता दें कि फिनलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री साउली निनीस्तो के पद से इस्तीफा देने के बाद से सना मारिन के प्रधानमंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, ऐसा नहीं है कि वह सीधे ही प्रधानमंत्री के पद पर काबिज हो गई हैं। इससे पहले वह परिवहन और संचार मंत्री भी रही हैं। 

loksabha election banner

यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्‍सी होन्‍चेरुक को पीछे छोड़ा

इसके साथ 34 वर्षीय मारिन दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गईं हैं। इसके पूर्व यह खिताब यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्‍सी होन्‍चेरुक के नाम था। उस वक्‍त वह दुनिया के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, लेकिन मारिन ने 34 वर्ष में यह पद धारण कर सबसे युवा प्रधानमंत्री का खिताब अपने नाम कर लिया है।

प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद मारिन ने कहा कि मैंने अपनी उम्र या लिंग के बारे में कभी नहीं सोचा। मैं मेरे राजनीति में आने के कारणों और उन चीजों के बारे में सोचती हूं, जिनके लिए मतदाताओं ने हम पर भरोसा जताया है। 

इन दिनों फ‍िनलैंड राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। इसकी शुरुआत डाक कर्मचारियों की हड़ताल से हुई। हालांकि, यह 27 नवंबर को समाप्‍त हो गई, लेकिन अभी तक यह अस्थिर रहा है। दरअलस, 700 डाक कर्मचारियों की मजदूरी में कटौती की योजना पर कई हफ्तों के राजनीतिक संकट के बाद रिन्‍ने ने पद छोड़ दिया था। इस हड़ताल के बाद निष्क्रियता के कारण साउली निनीस्‍तो ने अपना विश्‍वास खो दिया। 

कौन हैं सना मारिन

मारिन का जन्‍म 16 नवंबर 1985 को फ‍िनलैंड में हुआ था। वर्ष 2015 में वह संसद सदस्‍य के रूप में निर्वाचित हुईं। पहली बार वह 2019 में सरकार में शामिल हुईं। सरकार में वह परिवहन व संचार मंत्री बनीं।

वर्ष 2012 में उन्होंने प्रशासनिक विज्ञान में टैम्पियर विश्‍वविद्यालय से स्‍नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह राजनीति में सक्रिय हुईं। 2017 में उन्‍हें सिटी काउंसिल में चुना गया। मारिल समान लिंग वाले पार्टनर की संतान हैं।

उत्तर यूरोप का एक गणराज्‍य है फ‍िनलैंड 

फ‍िनलैंड गणराज्‍य उत्तरी यूरोप का एक देश है। इसकी राजधानी हेलसिंकी है। इसकी सीमा पश्चिम में स्‍वीडन, पूर्व में रूस और उत्तर में नार्वे स्थित है। इस देश की आबादी करीब 53 लाख है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह यूरोप का आठवां सबसे बड़ा जनघनत्‍व के आधार पर यूरोपीय संघ में सबसे कम आबादी वाला देश है। देश में रहने वाले बहुसंख्‍यक लोगों की मातृभाषा फ‍िनिश है।

इस देश की 5.5 फीसद आबादी की मातृभाषा स्‍वीडिश है। फ‍िनलैंड ऐतिहासिक रूप से स्‍वीडन का एक हिस्‍सा था। वर्ष 1809 से 1917 तक फिनलैंड रूसी साम्राज्‍य का स्‍वायत्‍त हिस्सा था। फ‍िनलैंड1955 में संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ और 1995 में यूरोपीय संघ में शामिल हुआ। एक सर्वेक्षण में सा‍माजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सैन्‍य संकेतकों के आधार पर फ‍िनलैंड को दुनिया का सबसे अधिक स्थिर देश करार दिया गया।    


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.