लश्कर गाह में अफगान सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में 94 तालिबान, अल कायदा के आतंकवादी मारे गए
शुक्रवार को अफगान रक्षा मंत्रालय ने घोषणा कर कहा कि लश्कर गाह शहर में पिछले 24 घंटों में अफगान बलों द्वारा चलाए गए सुरक्षा अभियानों में 94 तालिबान अल-कायदा के आतंकवादी मारे गए जबकि 16 अन्य घायल हो गए हैं।
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान में अफगान सेना व तालिबान लड़ाकों के बीच जंग जारी है। अमेरिकी सेना ने जब से अफगानिस्तान से कूच की है, तब से तालिबान के हमले बढ़ गए हैं। बीते कुछ दिनों से हेलमंद प्रांत में तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच भारी लड़ाई छिड़ी हुई है। लंबे वक्त से चल रहे संघर्ष के बीच अफगान सुरक्षाबलों को एक और सफलता मिली है। शुक्रवार को अफगान रक्षा मंत्रालय ने बताया कि लश्करगाह शहर में पिछले 24 घंटों में अफगान सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए अभियानों में 94 तालिबान व अल-कायदा के आतंकवादी मारे गए हैं और 16 अन्य घायल हो गए हैं।
अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता फवाद अमान ने कहा
पिछले हफ्ते राजधानी हेलमंद प्रांत में तालिबान और अफगान बलों के बीच घमासान लड़ाई के बाद अफगान सुरक्षा बलों को सफलता मिली है। अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता फवाद अमान ने ट्वीट किया, 'हेलमंड के लिए तालिबान की रेड यूनिट कमांडर मावलवी मुबारक के साथ तालिबान और अल-कायदा के सदस्यों सहित 94 अन्य आतंकवादी मारे गए और 16 अन्य घायल हुए।'
तालिबानियों का आतंक
पिछले कुछ समय से अफगानिस्तान में तालिबानियों का आतंक चल रहा है। तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वहीं तालिबानियों ने अफगान सुरक्षा बलों के साथ-साथ नागरिकों के खिलाफ अपने आक्रमण को तेज कर दिया है। तालिबान बलों ने कंधार के कई जिलों पर भी कब्जा कर लिया है और सैकड़ों निवासियों को हिरासत में लेते हुए आरोप लगाया है कि वे सरकार से जुड़े हैं। तालिबान ने हिरासत में लिए कुछ बंदियों को मार डाला है, जिनमें स्थानीय सरकार के अधिकारियों के रिश्तेदार और पुलिस और सेना के सदस्य शामिल हैं।
अफगानिस्तान में जानी नुकसान
तालिबानियों के आतंक से अफगानिस्तान में 2021 की पहली छमाही में आम नागरिकों के जानी नुकसान की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। जिसमें 1,659 से अधिक लोग मारे गए और 3,254 अन्य घायल हुए। आम नागरिकों के हताहत में वृद्धि ज्यादातर मई में हुई हिंसा के कारण हुई है। फिलहाल हमलों के बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की भारतीय अध्यक्षता में शुक्रवार, 6 अगस्त को बैठक होगी, जिसमें अमेरिका के सेन्य वापसी के एलान के बाद अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा हिंसा में वृद्धि पर चर्चा की जाएगी।