अफगानिस्तान में 24 घंटे में 141 तालिबानी हमले, विदेशी सेना वापसी से पहले ही आतंकियों और अफगानी सेना में हो रहा घमासान
तालिबानी अभी से ही अपने ठिकानों को मजबूत करने के साथ ही हमलों की संख्या बढ़ा रहे हैं। ये हमले ज्यादातर उरुजगन जाबुल कंधार नानगरहर बदख्शान और ताखर क्षेत्र हो रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि तालिबान के हमलों का सुरक्षा बल भी मुस्तैदी से जवाब दे रहे हैं।
काबुल, एजेंसियां। विदेशी सेनाओं की वापसी से पहले ही अफगानिस्तान में ताबड़तोड़ हिंसा की वारदातों ने आतंकवादियों के इरादे साफ कर दिए हैं। पिछले 24 घटों के दौरान ही तालिबान के आतंकियों ने 141 विभिन्न स्थानों पर हमलों को अंजाम दिया।
तालिबानी अभी से ही अपने ठिकानों को मजबूत करने के साथ ही हमलों की संख्या बढ़ा रहे हैं। ये हमले ज्यादातर उरुजगन, जाबुल, कंधार, नानगरहर, बदख्शान और ताखर क्षेत्र हो रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि तालिबान के हमलों का सुरक्षा बल भी मुस्तैदी से जवाब दे रहे हैं। सरकार ने दावा किया है कि पिछले 24 घंटों के दौरान 100 से ज्यादा तालिबानी आतंकियों को मार गिराया है। तालिबान ने इस संख्या को गलत बताया है।
अफगानी मीडिया के अनुसार पिछले 24 घंटों में 157 सुरक्षा बलों सहित 226 लोगों की मौत हो गई है। तीस दिन के अंदर 438 सुरक्षा बल और नागरिक मारे गए हैं। लगभग पांच सौ लोग घायल हुए हैं। 190 स्थानों पर बमबारी की घटनाएं हुई हैं। तालिबान ने अमेरिकी सेना की वापसी की घोषणा के बाद से ही हिंसा की वारदातें तेज कर दी हैं।
रक्षा मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि हेलमंद के वाशिर जिले के कैंप एंटोनिक को विदेश सेनाओं ने अफगान सेना को सौंप दिया है। यहां अफगान स्पेशल फोर्स का बेस कैंप बनाया जाएगा।