कोरोना का ग्रहण: दुनिया के इस्लामिक देशों में इस बार फीकी रहेगी ईद, जानें देशों का हाल
दुनिया के 1.8 अरब मुसलमानों के लिए ईद के पर्व फीका रहेगा। अन्य वर्षों की तरह इस बार ईद के पूर्व लोगों के बीच खरीदारी का उत्सव नहीं दिखेगा।
जेरूसलम, एजेंसी। कोरोना महामारी के कारण इस बार दुनिया के 1.8 अरब मुसलमानों के लिए ईद के पर्व फीका रहेगा। अन्य वर्षों की तरह इस बार ईद के पूर्व लोगों के बीच खरीदारी का उत्सव नहीं दिखेगा। दुनिया भर के मुस्लिम ईद के दौरान अपने घरों में ही कैद रहेंगे। दुनिया के कुछ इस्लामिक देश जिनमें तुर्की, इराक और जॉर्डन ने ऐलान किया है कि वह छुट्टी के दौरान समय-समय पर कर्फ्यू लगाएंगे। सऊदी अरब में मक्का और मदीना के पवित्र शहर में लोगों को केवल भोजन और दवा खरीदने के लिए अपने घरों को छोड़ने की अनुमति होगी।
इंडोनेशिया पर लगाया प्रतिबंध
सबसे बड़े मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया ने अवकाश के माध्यम से प्रतिबंधों को लागू किया है। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि शारीरिक दूरी की नीति में कोई ढील नहीं दी जाएगी। बता दें कि 20 करोड़ 70 लाख आबादी वाले इस मुल्क में कोरोना वायरस से 12,000 मौतें हो चुकी हैं। उधर, स्वास्थ्यविशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि शारीरिक नियमों के ढील से देश में कोरोना वायरस का प्रसार दोबारा हो सकता है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में एक सिविल सेवक नूर हिदायत असरी ने कहा कि इस महामारी ने हमारी परंपराओं को बदल दिया है। हमें ईद मनाने से वंचित कर दिया है। हम इस समय एक निर्दयी और अदृश्य शत्रु से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
मलेशिया में प्रतिबंधों के साथ छूट
मलेशिया ने ईद के दिन नागरिकों को थोड़ी ढील प्रदान की है। सरकार ने कहा कि ईद के दिन लोग अपने निकट रिश्तेदारों से मिल सकेंगे। कुछ मस्जिदों को शर्त के साथ खोलने की इजाजत दी गई है। इन मस्जिदों में 30 से अधिक लोग एकत्र नहीं हो सकते। इसके साथ कुछ प्रतिबंधों को भी साझा किया गया है। किसी भी सार्वजनिक सम्मेलन में 20 लोगों की ही मौजूदगी को सुनिश्चित किया गया है। सरकार ने ईद के दिन गले लगने, चुंबन लेने और खाले की प्लेट साझा करने पर रोक लगा दी है। आगंतुकों को मास्क पहनने को अनिवार्य किया गया है।
ईरान में मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा करने पर रोक
ईरान सरकार ने ईद के दौरान सामुहिक नमाज अदा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। ईरान के प्रमुख नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के नेतृत्व में तेहरान में मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा करने पर रोक के साथ छुट्टियों के दौरान कुछ अन्य प्रतिबंध लगाए हैं। बता दें कि ईरान ने कोरोना वायरस के प्रसार के बावजूद राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाने में संकोच किया था। उसकी इस नीति पर दुनिया भर में उसकी काफी निंदा भी हुई थी। इस पर ईरान का तर्क थी अमेरिका प्रतिबंधों का सामना करने के लिए लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। बता दें कि इरान में कोरोना वायरस से 130,000 लोग संक्रमित है। इसके साथ कोरोना से मौत का आंकड़ा 7,000 के पार कर गया है। राहत की बात यह है कि हाल के दिनों में ईरान में कोरोना के मरीजों में गिरावट दर्ज की गई है।
इराक में ईद की छुट्टियों में 24 घंटे का कर्फ्यू
इराक में कोरोना महामारी के बीच सरकार ने राष्ट्रव्यापाी लॉकडाउन में ढील देते हुए अधिकांश व्यवसायों खोलने की अनुमति दी है। हालांकि, इराक सरकार ने कोरोना प्रसार को रोकने के लिए ईद की छुट्टी के दौरान 24 घंटे के कर्फ्यू को बहाल करने का ऐलान किया है।
इजरायल में अधिकांश प्रतिबंध हटे
इजरायल के यरूशलेम में ईद के मद्देनजर अधिकांश प्रतिबंध हटा दिए गए हैं, लेकिन इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर बंद रहेगा। उधर, ओल्ड सिटी छह सप्ताह के लॉकडाउन के प्रभावों से उबर रहा है। यहां दुकानदारों के साथ पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को छूट दी गई है।
मिस्र में अधिकारियों ने रात के कर्फ्यू को बढ़ाया
ईद के मद्देनजर मिस्र में अधिकारियों ने रात के कर्फ्यू को बढ़ा दिया है। कर्फ्यू को 9 बजे रात के बजाए शाम 5 बजे से शुरू होगा। यह व्यवस्था 29 मई तक लागू रहेगी। देश के सार्वजनिक स्थ्लों को जैसे शॉपिंग सेंटर, मॉल, समुद्र तट और पार्क को बंद रखा जाएगा।