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अमेरिका, इराक से हटाएगा 3500 से अधिक सैनिक, रणनीतिक वार्ता के बाद लिया फैसला

अमेरिका और इराक ने जून में एक रणनीतिक वार्ता की थी जिसके बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया था।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 02:14 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 02:21 PM (IST)
अमेरिका, इराक से हटाएगा 3500 से अधिक सैनिक, रणनीतिक वार्ता के बाद लिया फैसला
अमेरिका, इराक से हटाएगा 3500 से अधिक सैनिक, रणनीतिक वार्ता के बाद लिया फैसला

बगदाद, आइएएनएस। अमेरिका इराक में तैनात 3500 सैनिकों को वहां से हटाएगा। यह संख्या वहां मौजूद कुल अमेरिकी सैनिकों का एक तिहाई है। अगर ऐसा होता है तो इराक में मौजूद अमेरिकी सैनिकों की संख्या वर्ष 2015 के स्तर पर आ जाएगी। लगभग इसी समय अमेरिका ने खूंखार आतंकी संगठन आइएस के खिलाफ इराक में अपने अभियान की शुरुआत की थी। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि पेंटागन की गिनती के नियमों के चलते हटाए जाने वाले सैनिकों की वास्तविक संख्या 3,500 से ज्यादा हो सकती है।

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वर्तमान में इराक में पांच हजार से ज्यादा अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। अमेरिका और इराक ने जून में एक रणनीतिक वार्ता की थी, जिसके बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि वाशिंगटन आने वाले महीनों में इराक और अफगानिस्तान जैसे देशों में मौजूद अपने सैनिकों की संख्या में कमी लाएगा।

अफगानिस्तान में भी सैनिकों को कम करने की तैयारी

अमेरिका अब अफगानिस्तान में भी सैनिकों को पूरी तरह हटाने की तैयारी कर रहा है।  इसके तहत अब नवंबर तक अमेरिका, अफगानिस्तान में अपने सैनिकों की संख्या घटाकर 5000 से कम करने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर(Mark Esper) के मुताबिक, अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने सैनिकों की संख्या में कटौती करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि नवंबर के अंत तक अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या घटाकर 5000 से कम करने की तैयारी चल रही है। अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर का बयान राष्ट्रपति ट्रंप के इसी हफ्ते की शुरुआत में अफगानिस्तान में सैनिकों की संख्या कम करने को लेकर दिए गए बयान के बाद आया है।

इस बीच अफगानिस्तान में सरकार और तालिबान के बीच सितंबर में शांति वार्ता शुरू होने जा रही है। इससे 20 साल से गृहयुद्ध में फंसे देश में शांति की नई उम्मीद जगी है। जाने-माने राजनेता और राष्ट्रीय सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने कहा कि अफगान अधिकारी तालिबान से वार्ता के लिए तैयार हैं।


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