खाड़ी में तनाव:अमेरिका ने सऊदी में बढ़ाया लड़ाकू विमानों का बेड़ा, सैनिकों की संख्या भी बढ़ाई
अमेरिका ने मध्य सऊदी अरब के अल-खर्ज शहर के पास स्थित अपने एयर बेस में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती के साथ ही लड़ाकू विमानों का बेड़ा भी बढ़ा दिया है।
रियाद, एपी। अमेरिका ने मध्य सऊदी अरब के अल-खर्ज शहर के पास स्थित अपने एयर बेस में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती के साथ ही लड़ाकू विमानों का बेड़ा भी बढ़ा दिया है। ईरान से बढ़ते खतरे के मद्देनजर प्रिंस सुल्तान एयर बेस पर एफ-15ई लड़ाकू विमानों की नई स्क्वाड्रन तैनात की गई है। यहां अमेरिकी सैनिकों की संख्या बढ़कर करीब ढाई हजार हो गई है।
पश्चिम एशिया में अमेरिका के शीर्ष कमांडर फ्रैंक मैकेंजी ने बुधवार को प्रिंस सुल्तान एयर बेस का दौरा किया। एयर बेस प्रवक्ता के अनुसार, मैकेंजी ने कमांडरों और सैनिकों से मुलाकात की और कहा कि क्षेत्र में यह अमेरिका का अहम सैन्य अड्डा है। यह एयर बेस ना सिर्फ सऊदी अरब को बड़ी सुरक्षा पहुंचाता है बल्कि दूर होने के कारण ईरान के लिए इसे निशाना बनाना भी जटिल है। रेगिस्तानी इलाके में स्थित इस सैन्य अड्डे में सैकड़ों टेंट और कतार में खड़े लड़ाकू विमान देखे जा सकते हैं।
सुलेमानी की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव
गत आठ जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव गहरा गया है। ईरान बदला लेने के लिए इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले भी कर चुका है। इसी वजह से अमेरिका क्षेत्र में अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है।
तेल संयंत्रों पर हमले के बाद सऊदी ने मांगी थी मदद
अमेरिका के अहम सहयोगी सऊदी अरब के दो तेल संयंत्रों पर गत सितंबर में ड्रोन से हमले किए गए थे। इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया गया था। सऊदी अरब की ओर से मदद मांगे जाने पर अमेरिका ने प्रिंस सुल्तान एयर बेस में सैनिकों की तैनाती की थी।
पैट्रियट और थाड भी तैनात
प्रिंस सुल्तान एयर बेस में सतह से हवा में मार करने वाली दो पैट्रियट मिसाइल प्रणाली भी तैनात की गई हैं। ये सऊदी अरब के खिलाफ ईरान के किसी भी खतरे को नाकाम करने के लिए हरदम तैयार हैं। इनके अलावा बैलिस्टिक मिसाइल रोधी रक्षा प्रणाली थाड भी वहां भेजी गई है।