संयुक्त अरब अमीरात में बनेगा अरब जगत का पहला परमाणु बिजलीघर, सरकार ने जारी किया लाइसेंस
अरब जगत का पहला परमाणु बिजलीघर भारत के मित्र संयुक्त अरब अमीरात में बनने जा रहा है। यूएई सरकार ने इसके लिए लाइसेंस जारी कर दिया है।
अबूधाबी, एएफपी। अरब जगत में भी परमाणु गतिविधियों ने दस्तक दे दी है। भारत के मित्र संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सोमवार को देश में पहला परमाणु रिएक्टर लगाने के लिए लाइसेंस जारी कर दिया। यह रिएक्टर देश के बाराक परमाणु बिजलीघर में काम करेगा। यह अरब देशों में बनने वाला पहला परमाणु बिजलीघर होगा। यूएई के पास तेल और गैस के पर्याप्त भंडार हैं, बावजूद इसके वह ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों को विकसित करने की कोशिश में जुटा हुआ है। इसी के तहत परमाणु बिजलीघर की स्थापना की जा रही है।
करीब एक करोड़ की आबादी वाले इस देश में सौर ऊर्जा के विकास के लिए व्यापक कार्य हो रहा है और उसके लिए खासा निवेश किया गया है। बाराक परमाणु बिजलीघर अबूधाबी के पश्चिमी समुद्री तट पर बनाया गया है। इस बिजलीघर के लिए 2017 में काम शुरू हो चुका है लेकिन तमाम सुरक्षा और संचालन संबंधी औपचारिकताओं के चलते इसके शुरू होने में देरी हो रही है। लेकिन अब राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने बिजलीघर में लगे चार रिएक्टरों में से पहले को चलाने की अनुमति दे दी है। यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के यूएई में मौजूद प्रतिनिधि हामद अल-काबी ने दी है।
हामद अल-काबी ने कहा, यूएई के लिए ये ऐतिहासिक क्षण हैं। परमाणु बिजलीघर चलाने वाला वह पहला अरब देश बन रहा है। ऐसा यूएई सरकार के परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण कार्यो में इस्तेमाल की नीति के चलते संभव हुआ है। यूएई के परमाणु बिजलीघर का निर्माण कोरिया के इलेक्टि्रक पावर कॉर्पोरेशन ने किया है। अरब जगत का सबसे धनी देश सऊदी अरब भी परमाणु बिजलीघर स्थापित करने की घोषणा कर चुका है। उसकी 16 रिएक्टर लगाकर बिजलीघर चलाने की योजना है लेकिन उस पर काम आगे नहीं बढ़ पाया है।