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तुर्की ने तेज किया हमला, सीरिया के दो लड़ाकू विमान मार गिराए

100 से अधिक टैंक और वायु रक्षा प्रणाली को तबाह करने का दावा किया-सीरिया ने चेताया वायु सीमा का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई करेंगे।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 07:29 AM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2020 07:29 AM (IST)
तुर्की ने तेज किया हमला, सीरिया के दो लड़ाकू विमान मार गिराए
तुर्की ने तेज किया हमला, सीरिया के दो लड़ाकू विमान मार गिराए

अंकारा, एजेंसियां। तुर्की और सीरिया के बीच युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। तुर्की ने रविवार को सीरिया के खिलाफ हमला तेज करते हुए उसके दो लड़ाकू विमानों को मार गिराया। उसने सीरिया की वायु रक्षा प्रणाली और 100 से अधिक टैंकों को तबाह करने का दावा भी किया है। वहीं, सीरिया ने कहा है कि अगर कोई भी देश उसकी वायु सीमा का उल्लंघन करता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। बढ़ते तनाव के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयब एर्दोगन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पांच मार्च को मास्को में मुलाकात होने वाली है।

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पिछले हफ्ते दोनों के बीच फोन पर भी बात हुई थी। सीरिया के उत्तर पश्चिमी प्रांत इदलिब पर हुए हमले में मारे गए अपने 33 सैनिकों के जवाब में तुर्की ने 27 फरवरी से हमले तेज कर दिए हैं। इस हमले का आरोप सीरिया की बशर अल-असद सरकार पर लगा था। इसको लेकर तुर्की का रूस के साथ भी तनाव बढ़ गया है, जो सीरिया की सरकारी सेना का समर्थन कर रहा है। हालांकि, तुर्की के रक्षा मंत्री हुलूसी अकर ने कहा कि हमारे निशाने पर रूस नहीं है। हम केवल सीरिया की सरकार से जुड़े रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले कर रहे हैं जो इस क्षेत्र में कट्टरता को बढ़ावा दे रही है।

तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि सीरिया के विमान रोधी प्रणाली को ध्वस्त करने के साथ ही उसके एसयू-24 श्रेणी के दो विमानों को भी मार गिराया गया है। 100 टैंक भी तबाह किए गए हैं। सीरिया की सरकारी मीडिया ने कहा कि इदलिब में तुर्की की सेना ने उसके दो विमानों को निशाना बनाया है। एक विरोधी समूह और युद्ध पर निगरानी रखने वाले ब्रिटेन के एक संगठन ने भी तुर्की के हमले में सीरियाई विमान को मार गिराने की बात कही है।

यूरोप पर दबाव बनाने के लिए तुर्की ने अपनी सीमा खोली यूरोपीय देशों पर दबाव बढ़ाने के लिए तुर्की ने यूरोप से लगती अपनी सीमाओं को खोल दिया है और बड़ी संख्या में शरणार्थी ग्रीस में प्रवेश भी कर गए हैं। अब भी हजारों लोग तुर्की की सीमा में खड़े हैं और ग्रीस में प्रवेश की इजाजत मांग रहे हैं। ग्रीस ने रविवार को कहा कि उसने तुर्की से लगने वाली सीमा पर 10 हजार से अधिक शरणार्थियों को रोक रखा है। वहीं एक संगठन ने कहा है कि तुर्की-ग्रीस की सीमा पर 13 हजार से शरणार्थी जमा हुए हैं।

शनिवार को ग्रीस के कस्तोंग शहर में हालात उस समय तनावपूर्ण हो गए थे जब बड़ी संख्या में शरणार्थी वहां पहुंचने लगे थे और उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। ग्रीस के उप रक्षा मंत्री अलकिविदिस स्टेफनीस ने स्काई टीवी को बताया कि शनिवार को 9600 मर्तबा सीमाओं का उल्लंघन करने का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस और सेना के साझा प्रयास से उन्हें विफल कर दिया गया। ग्रीस के प्रवासी मंत्री नोटिस मितारची ने कहा, हम किसी भी कीमत में शरणार्थियों को अपने देश में नहीं आने देंगे। देश में घुसने का प्रयास करने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अब तक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वो सभी लोग अफगानी हैं। ग्रीस के एजियन द्वीपों पर पहले से 40,000 से अधिक शरणार्थी हैं, जो बेहद बुरे हालात में रह रहे हैं।

तुर्की और यूरोपीय यूनियन में हुआ था समझौता

यूरोप में लगातार बढ़ रही शरणार्थियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए वर्ष 2015 के आखिर में यूरोपीय यूनियन और तुर्की के बीच एक समझौता हुआ था। इसके तहत तुर्की को यूरोपीय संघ की तरफ से प्रतिवर्ष तीन अरब डॉलर की सहायता राशि दी जानी थी। इस सहायता के बदले में तुर्की को अपनी सीमाओं से जुड़ी कठोर नीतियों में बदलाव कर सीरिया और इराक के शरणार्थियों को अपने यहां पनाह देनी थी। फिलहाल तुर्की में लगभग 37 लाख सीरियाई शरणार्थी हैं।


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