यूएई में फंसे हजारों पाकिस्तानियों ने घर भेजे जाने की मांग की, प्रतिबंध के कारण हो रही दिक्कतें
कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में संकट खड़ा हो गया है। सभी सरकारों द्वारा जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इनमें फ्लाइट्स को बंद करना अहम है। जिस कारण कई विदेशी लोग दूसरे देश में फंसे हैं।
दुबई, रॉयटर्स। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अपने प्रतिबंधों को कड़ा करा है। इस कारण यहां हजारों की तादाद में विदेशी फंस गए हैं। इस बीच यहां फंसे 20,000 से अधिक पाकिस्तानी श्रमिकों ने वापस घर लौटने की मांग की हैं। बता दें कि यूएई में अब तक 1,799 कोरोना वायरस मामले रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं, इनमें 10 लोगों की मौत की भी खबर है। बताया गया कि यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ रहा है, जिस कारण देशव्यापी कर्फ्यू लगाया गया, सभी फ्लाइट्स को रद कर दिया है।
एक घनी आबादी वाले दुबई में 31 मार्च से कई दक्षिण एशियाई से आए श्रमिक फंसे हुए हैं। उन्हें बंद कर दिया गया है और अमीरात के कुछ हिस्सों में डोर-टू-डोर कोरोना वायरस परीक्षण किया जा रहा है। एक वाणिज्य दूतावास के प्रवक्ता ने सोमवार को रॉयटर्स को बताया, 20,000 से अधिक पाकिस्तानियों ने घर जाने के लिए वाणिज्य दूतावास के साथ 3 अप्रैल को संपर्क किया था। अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों ने पंजीकरण कराया था, उनमें से कुछ ऐसे थे जिनके वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी, जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी थी या उपने स्वामी ने पैसा देना बंद कर दिया था और इनमें कुछ लोग आगंतुक वीजा वाले भी थे।
पाकिस्तानी राजनयिकों के अनुसार, 'पाकिस्तान यूएई का एक बड़ा श्रमिक आपूर्तिकर्ता है।' प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने उड़ानों की व्यवस्था करने के लिए अपने यूएई समकक्षों के साथ बातचीत की ताकि पाकिस्तानियों को स्वदेश लौटाया जा सके। हालांकि, यूएई और दुबई के सरकारी मीडिया कार्यालयों ने टिप्पणी के लिए ईमेल के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया है।
बता दें कि यूएई ने पिछले महीने सभी यात्री उड़ानों को रद कर दिया था, हालांकि इस सप्ताह एयरलाइंस अमीरात और एतिहाद ने कहा कि वे यूएई छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए कुछ सेवाओं को सीमित गंतव्यों के लिए फिर से शुरू कर रहे हैं। हालांकि, एयरलाइन ने पाकिस्तान के लिए उड़ानों की घोषणा नहीं की है।