तालिबान ने अफगानिस्तान का शांति वार्ता प्रस्ताव ठुकराया, ये है वजह
अमेरिका के साथ कई अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने अफगानिस्तान में 17 वर्षो से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए अबूधाबी में तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी।
काबुल, रायटर। आतंकी संगठन तालिबान ने जनवरी में सऊदी अरब में शांति वार्ता का अफगानिस्तान सरकार का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। तालिबान पहले अमेरिका के साथ किसी समझौते पर पहुंचना चाहता है। अमेरिका का हालांकि कहना है कि आखिरी समझौता अफगान सरकार के नेतृत्व में ही होना चाहिए। अफगान सरकार ने भी कहा है कि शांति वार्ता उसके नेतृत्व में ही होगी। तालिबान को यह बात समझ लेनी चाहिए।
इस महीने अमेरिका के साथ कई अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने अफगानिस्तान में 17 वर्षो से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए अबूधाबी में तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। जनवरी में तालिबान के प्रतिनिधि फिर अमेरिकी अधिकारियों से मिलेंगे।
तालिबान के प्रवक्ता का कहना है कि इस बैठक में अबूधाबी में अधूरी रह गई बातचीत को आगे बढ़ाया जाएगा। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने रविवार को कहा, 'हम सभी संबंधित पक्षों को स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम अफगान सरकार से बात नहीं करेंगे।' इस साल अमेरिकी दूत जालमे खलीलजाद और तालिबान नेताओं की मुलाकातों के बाद से अफगान शांति वार्ता में तेजी आई है।